Hero Moto के चेयरमैन Pawan Munjal के घर में ED की Raid! मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है मामला
ED Raid Pawan Munjal Hindi News: प्रवर्तन निदेशालय यानी कि ED ने हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन पवन मुंजाल के घर रेड मारी है (ED Raids Hero Moto Chairman Pawan Munjal's Residence). ED को ऐसा करने के लिए MCA (Ministry of Corporate Affairs) ने निर्देश दिए हैं. मामला मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) से जुड़ा हुआ है.
ED ने Pawan Munjal के दिल्ली और गुरुग्राम वाले घर में छापा मारा है. जहां टीम उनके घर की तलाशी ले रही है. खबर है की ED की टीम को कई अहम दस्तावेज मिले हैं. ED यहां PMLA यानी Prevention of Money Laundering Act के तहत एक्शन ले रही है.
Sources Say | Pawan Munjal's residence searched by ED #HeroMoto #ED pic.twitter.com/GixUySGZyF
— ET NOW (@ETNOWlive) August 1, 2023
यह जांच कथित तौर पर मुंजाल के करीबी एक व्यक्ति के खिलाफ राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI)Directorate of Revenue Intelligence) की शिकायत से उपजी है, जिसकी जांच अघोषित विदेशी मुद्रा ले जाने के आरोप में की गई थी।
कंपनी के शेयर गिर गए
जैसे ही Pawan Munjal के घर ED का छापा पड़ा वैसे ही Hero Motocorp Share गिरने लगे. कंपनी के शेयर अपने निचले स्तर में 3,063 रुपए प्रति शेयर पहुंच गए. हीरो मोटोकॉर्प शेयर प्राइज़ में 4.4% की गिरावट दर्ज की है
पवन मुंजाल के घर ED की रेड क्यों पड़ी
Why did ED raid Pawan Munjal's house: कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA ) ने कथित कॉर्पोरेट प्रशासन मुद्दों पर Hero Motocorp Ltd के खिलाफ जांच का आदेश दिया। “हीरो मोटोकॉर्प पर कथित तौर पर शेल कंपनियां चलाने के आरोप लगे हैं। कंपनी रजिस्ट्रार की जांच में कंपनी और उससे जुड़ी संस्थाओं के मामलों की गहन जांच की आवश्यकता भी सामने आई है। इसकी जांच सरकार ने की थी, सरकार ने इसकी जांच की, जिसने कंपनी अधिनियम की धारा 216 के साथ-साथ धारा 210 (1) (सी) के तहत सार्वजनिक हित में हीरो मोटोकॉर्प और साल्ट एक्सपीरियंस एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (Salt Experiences and Management Private Limited (SEMPL) के मामलों की जांच का आदेश दिया है।
मार्च 2022 में भी Hero Motocorp में IT की रेड पड़ी थी, ये मामला टैक्स चोरी से जुड़ा था. तब भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पवन मुंजाल के घर में रेड मारी थी. IT ने अपनी FIR में आरोप लगाया था कि कंपनी ने अवैध बिज़नेस गतिविधियों में 800 करोड़ की हेरफेर कर उसे एक्सपेंसेस बताया था.