Farming Business: प्रति हेक्टेयर होगी ₹10000000 की कमाई, किसान अपने खेत में लगाएं यह पौधा
हमारे आसपास कई ऐसे पौधे पाए जाते हैं जिनके बारे में जानकारी न होने से हम उनका लाभ नहीं ले पाते। लेकिन आज सूचनाओं के विस्तार की वजह से तरह-तरह की जानकारी मिल रही है। तभी आज देश तरक्की की राह पर तेजी के साथ दौड़ रहा है। देश की तरक्की में किसानों का ही बड़ा रोल है। मोदी सरकार तथा मध्य प्रदेश की सरकार किसानों की आय दोगुनी करने तरह-तरह के आमदनी मार्ग किसानों को मुहैया करा रहे हैं। किसानों को बताया गया है कि वह सफेदा नामक पौधा अपने खेत में लगाएं और एक हेक्टेयर में करोड़ रुपए की आमदनी प्राप्त करें।
क्या है सफेदा का पौधा
जंगलों में पाया जाने वाला सफेदा नामक पेड़ बहुत उपयोगी है। वैज्ञानिक परीक्षण के बाद पता चला है कि सफेद आक के पेड़ की लकड़ी जहां फर्नीचर बनाने के काम में आती है। वही कागज की लुगदी बनाई जा सकती है। साथ ही इस पौधे की लकड़ी अच्छे ईंधन के रूप में उपयोगी है।
सफेदा का पेड़ कहीं भी किसी भी जलवायु में आसानी से उगाया जा सकता है। इस पौधे की वृद्धि दर काफी तीव्र होती है। जिससे यह कम समय में तैयार हो जाता है। इस पौधे पर मौसम का विशेष असर नहीं पड़ता।
5 वर्ष में होता है तैयार
बताया गया है कि सफेद आक के पौधे को लगाने के बाद 5 वर्ष तक इंतजार करना पड़ेगा। लेकिन 5 वर्ष बाद सफेदा का पौधा किसान को बड़ी आसानी के साथ करोड़ रुपए का मालिक बना देगा। वही विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर सफेदा की कटाई 10 से 12 वर्ष में की जाए तो और अधिक मुनाफा होगा।
शासन का प्रतिबंध नहीं
सफेदा के पौधे की खेती किसान आसानी से कर सकते हैं। सरकार द्वारा इस पर किसी भी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। वही सरकार सफेदा की खेती के लिए कोई भी प्रोत्साहन राशि नहीं दे रही। ना ही किसी तरह की सब्सिडी दी जाती है।
एक हेक्टेयर में लगते हैं कितने पौधे
एक हेक्टेयर में सफेदा के पौधे लगाए जाएं तो लगभग 3000 पौधों की आवश्यकता पड़ती है। देखा जाए तो प्रति हेक्टेयर 40 से 50 हजार रुपए का खर्च आता है। वही प्रति हेक्टेयर आमदनी एक करोड़ से ज्यादा होती है।