क्या आपको मालूम है कि आपके PF का पैसा गौतम अडानी के पास है?
EPFO Adani Group: LIC और SBI की तरह भारत में करोड़ों सरकारी और निजी सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के PF को मेंटेन करने वाली संस्था EPFO ने Adani Group में अपना पैसा इन्वेस्ट किया है. एम्प्लॉयी प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) ने अडानी ग्रुप की दो कंपनियों में निवेश किया है. और हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद भी EPFO ने अडानी ग्रुप में इन्वेस्टमेंट जारी रखा है. और इस साल सितम्बर तक वह इन कंपनियों में निवेश करता
EPFO क्या है
EPFO भारत में नौकरी करने वाले लोगों के रिटायरमेंट फंड की देखभाल करने वाला संगठन है. इस समय EPFO के पास 28 करोड़ मेंबर हैं. EPFO अपने कॉपर्स का 15% हिस्सा NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 50 और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE से उड़े ETF में करता है. LIC के बाद EPFO दूसरा सबसे बड़ा गैर बैंकिंग वित्तीय संसथान है. जो Nifty 50 पर नज़र रखने वाले ETF में अपने इक्विटी निवेश का करीब 85% हिस्सा ETF में रखता है.
EPFO-Adani Group Investment
EPFO ने अपनी इन्वेस्टमेंट लिस्ट में अडानी एंटरप्राइजेज को पिछले साल ही जोड़ा था. और संस्था ने सितंबर 2023 तक इसी में निवेश करने का फैसला किया है. EPFO अडानी पोर्ट्स में भी निवेश करता है. NSI इंडाइसेस ने इसी साल सिंतबर तक अडानी समूह के दोनों स्टॉक को Nifty 50 लिस्ट में शामिल करने का फैसला किया है.
मार्च 2022 तक EPFO ने एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के जरिए बाजार में 1.57 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था. अनुमान के तहत 2022-23 में 38,000 करोड़ रुपये और निवेश किए गए हैं.
EPF की ब्याज दर बढ़ाई गई
28 मार्च को EPF की ब्याज दर को भी बढ़ा दिया गया है. जिन लोगों ने EPF में इन्वेस्ट किया है उन्हें इसका सीधा लाभ मिलेगा। बता दें कि बैठक में करेंट फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.15 फीसदी तय की गई है