क्रूड ऑयल 10 दिन में 10% सस्ता हुआ मगर पेट्रोल-डीजल के रेट कम नहीं हुए
Crude Oil Rate: कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. इसी के साथ डॉलर की तुलना में रुपए मजबूत होता भी नज़र आ रहा है. लेकिन क्रूड ऑयल की कीमत कम होने का असर पेट्रोल-डीजल के दामों में नहीं दिखाई दे रहा. सरकार कहती है कि क्रूड ऑयल की बढ़ती-घटती कीमत के हिसाब से ही पेट्रोल-डीजल के दाम तय होते हैं मगर जब कच्चे तेल की कीमत कम होती है तो ईंधन सस्ता क्यों नहीं होता?
सस्ता हुआ कच्चा तेल
बीते 10 दिन में क्रूड ऑयल की कीमत 10% कम हुई है. भारत के लिए यह अच्छी बात है क्योंकी तेल कंपनियों को 10% का फायदा होगा और बीते महीनों में हुए नुकसान की भरपाई हो सकेगी। डॉलर के मुकाबले रुपये को मजबूती देती है क्योंकि आयातक के साथ होने वाला व्यापार डॉलर में होता है. बीते कुछ महीनों से चढ़ते डॉलर के चलते बाकी देशों के मुकाबले हमें ज्यादा रकम अदा करनी पड़ रही थी. जो 20 साल के उच्चतम स्तर पर चल रही है.
रुपए मजबूत हो रहा
तेल की कीमतों में गिरावट आई तो रुपए डॉलर की तुलना में थोड़ा मजबूत हो गया. कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के पीछे का बड़ा कारण आर्थिक मंदी का संकट है. इससे पहले EU देशों में में भू-राजनीतिक तनाव के चलते पैदा हुआ संकट, फिर कोरोना महामारी के बाद हुआ लॉकडाउन के चलते तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई थी. फिलहाल विश्लेषकों को बढ़ती महंगाई से निपटने के लिए ब्याज दरों में अधिक बढ़ोतरी का डर है.
CNBCTV18 की रिपोर्ट के मुताबिक क्रूड ऑयल की गिरावट 80 डॉलर प्रति बैरल जा सकती है. लेकिन अगर कीमत इससे नीचे जाती है तो हमें मंदी के लिए तैयार रहना होगा। अगर इसी तरह से क्रूड ऑयल की कीमत गिरती रही तो आने वाले दिनों में यह 60 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है