बेरोजगारों को केंद्र सरकार दे रही है 3500 का मासिक भत्ता ?
केंद्र सरकार बेरोजगारों को हर महीने बेरोजगारी भत्ते के रूप में 3500 रुपए उनके खाते में डाल रही है। ऐसी खबरे सोशल मीडिया में तेज़ी से चल रहीं है। व्हाट्सऐप ग्रुप में इससे जुड़े मेसेज भी तेज़ी से शेयर किए जा रहे हैं। अगर आपको भी प्रधानमंत्री की इस स्कीम के जुड़े मेसेज आये हैं तो आप एक दम सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं।
बेरोजगारी भत्ते की खबर ट्रेंड कर रही है
मौजूदा समय में सोशल मीडिया में काफी फेक न्यूज़ शेयर होती है ऐसे में ये पता चलना मुश्किल हो जाता है की क्या सच है और क्या अफवाह है। व्हाट्सऐप में तो फेक न्यूज़ की भरमार है लोग बिना सच जाने फेक ख़बरों को एक दूसरे को शेयर करते रहते हैं जिसके कारण कई बार लोग बहकावे में आकर ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाते हैं। फेक न्यूज़ को पॉपुलर होने से रोकने के लिए प्लेटफार्म काम तो कर रही है लेकिन साइबर क्राइम को पूरी तरह से रोक पाना सरकार के लिए मुश्किल है। बेरोजगारों को 3500 रुपए देने वाली खबर सच्ची है या झूठी आइये इसका पता लगते हैं।
क्या न्यूज़ चल रही है
हाल ही में सोशल मीडिया में ये खबर तेज़ी से फ़ैल रही है कि केंद्र सरकार देश के बेरोजगार युवाओं को गुजरा करने के लिए हर महीने 3500 रुपए बैंक खाते में भेज रही है। वायरल मेसेज में एक लिंक दी जाती है जिसको खोलने के बाद नाम पता और बैंक अड्रेस डालना पड़ता है। इसके बाद मोबाइल में एक OTP भी आता है। प्रोसेस पूरी तरह सरकारी रहती है लेकिन OTP डालने के साथ ही बैंक से विथड्रावल के मेसेज आने लगते हैं दूर कोई बैठा शख्स आपकी बैंक डिटेल्स जान जाता है और खाते से पैसा निकालने लगता है। हमने पड़ताल में पाया की ऐसे मेसेज पूरी तरह से फ़र्ज़ी है और लूटने वाले हैं। सरकार बेरोजगारों के लिए कोई भी भत्ता नहीं देती है। लेकिन भोलेभाले लोग साइबर क्राइम को अंजाम देने वालों के जाल में फंस जाते हैं और अपना सबकुछ लुटा देते हैं।
किसी भी लिंक में न किया करें क्लिकल
हम अपने पाठकों को यही सलाह देते हैं कि किसी भी लुभावनी लिंक में बिना जाने समझे क्लिक ना करें। फेस्टिव सीज़न में ऐसी कई फ्रॉड मेसेज आते हैं जिसमे फ्री में कपडे, जूते, कूपन और तमाम प्रकार की चीज़ों को कौड़ियों के दाम में बेचने का ऑफर रहता है। लोग ऐसी वेबसाइट में जाकर ऑनलाइन भुगतान कर देते हैं और उनका सामान कभी डिलेवर नहीं होता।