Business Idea In Hindi 2023: 1 किलो के बदले मिल रहा 20 लाख रुपए, फटाफट शुरू करे खेती
Business Idea In Hindi 2023: आज खेती के माध्यम से भी लाखों नहीं करोड़ों रुपए कमाए जा सकते हैं। आवश्यकता है तो सिर्फ खेती की पद्धति को बदलने की। कहने का मतलब यह कि जैसी कमाई करनी है उस तरह खेती करनी होगी। आज हम थोड़ी पूंजी लगाकर थोड़े पैसे प्राप्त करते हैं। अगर उस पद्धति को बदलकर उसने कुछ नयापन लाया जाए, कुछ लागत बढ़ाई जाए तो अवश्य ही अच्छा खासा मुनाफा अर्जित किया जा सकता है।
हजारों नहीं करोड़ों में होगी कमाई
आज हम एक ऐसे मशरूम की खेती Mushroom Farming In Hindiके संबंध में बताने जा रहे हैं जिसमें हजारों नहीं करोड़ों रुपए कमाए जा सकते हैं। वैसे तो देश में मशरूम की खेती फायदे की खेती है। आज मशरूम की कीमत 250 से लेकर 500 करीब है। लेकिन हम जिस मशरूम की खेती के लिए बता रहे हैं उसकी बाजार में कीमत 20 लाख रुपए प्रति किलो है।
यारशागुंबा मशरूम की करें खेती
हम जिस मशरूम की खेती के संबंध में बात कर रहे हैं उसका नाम यारशागुंबा है। इसे देसी भाषा में कीड़ा जड़ी मशरूम भी कहा जाता है। कई लोग तो इसे हिमालयन वियाग्रा के नाम से भी जानते हैं। कीड़ा जड़ी नाम पडने के पीछे इस मशरूम का आकार है। बताया गया है कि यह मशरूम कीड़े की तरह दिखाई देता है और इसमें कई तरह के औषधि गुण पाए जाते हैं इसलिए इसे जड़ी नाम के साथ जोड़कर लोग इसे कीड़ा जड़ी के नाम से पुकारते हैं।
कहां होता है इसका उससे अधिक उपयोग
वैसे तो हर मशरूम की सब्जी बनाकर खाई जाती है लेकिन इस खास तरह के यारशागुंबा मशरूम का उपयोग दवा बनाने में किया जा रहा है। इसका भारत ही नहीं पूरे विश्व भर में डिमांड है। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में तभी तो इसकी कीमत 20 लाख रुपए प्रति किलो के करीब है। बताया गया है कि इस मशरूम से कैंसर जैसी घातक बीमारियों का इलाज विदेशों में किया जा रहा है।
कहां होती है इसकी खेती
इस मशरूम की खेती हिमालई क्षेत्रों में की जाती है। विश्वस्तर पर देखा जाए तो इसका सर्वाधिक उत्पादन चीन नेपाल भूटान और तिब्बत में किया जा रहा है। बात अगर हिंदुस्तान की करें तो यहां उत्तराखंड के चमोली, पिथौरागढ़’, और बागेश्वर जिले में की जा रही है। वर्तमान समय में इसकी खेती उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद विकासखंड महेवा के राहतपुर गांव में गौरव कश्यप द्वारा की जा रही है।
कैसे करें इसकी खेती
इस मशरूम की खेती के लिए एक लैब तैयार करवाना पड़ता है जिसमें करीबन 20 से 25 लाखों रुपए का खर्च आता है। लैब में टेंपरेचर मेंटेन करने के लिए एसी लगवाने की जरूरत पड़ती है। आज इस कीड़ा जड़ी का एषिया में करीब 200 करोड़ रूपये का कारोबार है। वहीं बताया गया है कि लैब में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिटी फायर सिस्टम भी लगाना पड़ता है।
बताया गया है कि एक साल में लैब के अंदर 6 बार कीड़ा जड़ी उगाया जा सकता है। ऐसे में आपको एक वर्ष में लाखों रुपये की कमाई होगी। फिर, आप कुछ ही साल में करोड़पति बन सकते हैं।