Amazon को भारत से बड़ा झटका: फ्यूचर ग्रुप से डील रद्द हुई और 200 करोड़ का जुर्माना भी ठोंक दिया
भारत की तरफ से दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स और Amazon के मालिक जेफ़ बेजोज (Jeff Bezos) को बहुत बड़ा झटका लगा है। कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ़ इंडिया (CCI) ने शुक्रवार को अमेज़न की फ्यूचर ग्रुप के साथ 2019 में साइन हुई डील को ससपेंड कर दिया है। रेगुलेटर अप्रूवल के दौरन महत्वपूर्ण जानकरी छिपाने के आरोप में अमेज़न पर 200 करोड़ का जुर्माना भी ठोंका गया है। हालांकि CCI ने इस डील को नए सिरे से देखने के लिए कहा है।
फ्यूचर कूपन प्राइवेट लिमिटेड (FCPL) और कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने अमेज़न पर यह आरोप लगाया है कि अमेज़न का FPCL में 49% हिस्सेदारी का मकसद फ्यूचर रिटेल लिमिटेड को इनडायरेक्ट रूप से कण्ट्रोल करना था। इन्ही आरोपों को ध्यान में रखते हुए ये कर्रवाई की गई है. CI ने 57 पन्नों के आदेश में कहा, 'अमेजन ने डील के अपने असली मकसद को छिपाया और एग्रीमेंट के लिए झूठे और गलत बयान दिए, इसलिए डील को नए सिरे से देखना होगा।'
क्या हो गया (What Happened With Amazon With Future Group)
साल 2019 में Amazon ने 1500 करोड़ रुपए में Future Coupon में 49% की पार्टनरशिप खरीदी थी। इस डील के तहत अमेजन को 3 से 10 साल के अंदर फ्यूचर रिटेल में हिस्सेदारी खरीदने का भी अधिकार मिला था, लेकिन 2020 में फ्यूचर ग्रुप के रिटेल, होलसेल और लॉजिस्टिक्स बिजनेस को रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) ने 24,713 करोड़ रुपए में खरीदने का एलान किया था। इसी के बाद से ये दोनों कंपनियों के बीच तकरार शुरू हुई थी।
फ्यूचर-रिलायंस रिटेल डील पर आपत्ति जताते हुए अमेजन ने सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (SIAC) की तरफ रुख किया। अमेजन ने कहा रिलायंस और फ्यूचर रिटेल की डील उसकी और फ्यूचर कूपन के बीच हुई डील के खिलाफ है। इसके बाद हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में ये मामला चल रहा है।
इसके बाद CCI ने अमेज़न पर 200 करोड़ का जुर्माना लगा दिया और साल 2019 में अमेज़न के साथ फ्यूचर ग्रुप के साथ हुई डील को सस्पेंड कर दिया गया।