भारत में 2 लाख नौकरियां देगी Apple: 1.40 लाख होंगी महिलाओं के लिए, कंपनी और सप्लायर्स ने सरकार को दी जानकारी
भारत में विनिर्माण क्षेत्र में तेजी से वृद्धि हो रही है और इसमें एपल का अहम योगदान है। कंपनी ने भारत में उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया है और अगले साल मार्च तक 2 लाख नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य रखा है। इनमें से अधिकांश नौकरियां महिलाओं के लिए होंगी।
एपल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स जैसे फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन भारत में पहले से ही लाखों लोगों को रोजगार दे रहे हैं। सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम ने भी इस क्षेत्र में निवेश को आकर्षित किया है।
भारत में आईफोन का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है और देश अब दुनिया का एक प्रमुख आईफोन उत्पादक बन रहा है। इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं बल्कि देश का निर्यात भी बढ़ रहा है।
Apple वर्तमान में चीन पर अपनी प्रोडक्शन निर्भरता को कम कर भारत में निवेश बढ़ा रहा है। इसके तीन प्रमुख कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स - फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन (जो अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स बन गया है), और पेगाट्रॉन - ने पहले ही भारत में 80,872 लोगों को सीधी नौकरियां दी हैं। इसके साथ ही, अन्य सप्लायर्स जैसे टाटा ग्रुप, सैलकॉम्प, मदरसन, फॉक्सलिंक (तमिलनाडु), सनवोडा (उत्तर प्रदेश), एटीएल (हरियाणा), और जेबिल (महाराष्ट्र) ने मिलकर 84,000 अतिरिक्त डायरेक्ट नौकरियां पैदा की हैं।
2020 से अब तक 1.65 लाख नौकरियां
2020 में स्मार्टफोन PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इनिशिएटिव) स्कीम के लॉन्च के बाद से, Apple के वेंडर्स और सप्लायर्स ने भारत में 1.65 लाख सीधी नौकरियां उत्पन्न की हैं। Apple लगातार भारत में अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी बढ़ा रहा है, और सरकार का अनुमान है कि इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में हर डायरेक्ट जॉब से तीन एक्सट्रा रोजगार उत्पन्न होते हैं। इसका मतलब है कि मार्च 2025 के अंत तक Apple के इकोसिस्टम से 5 से 6 लाख रोजगार उत्पन्न हो सकते हैं।
₹1.20 लाख करोड़ का आईफोन प्रोडक्शन
2023-24 में भारत में आईफोन का प्रोडक्शन 1.20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जिसमें से 85,000 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट किया गया है। आर्थिक सर्वे के अनुसार, अब दुनिया भर में बनने वाले 14% आईफोन का प्रोडक्शन भारत में हो रहा है, जबकि 2022-23 में यह आंकड़ा 7% था।
Apple का भारत में विस्तार
2017 में Apple ने पहली बार भारत में आईफोन SE के असेंबलिंग से अपनी मैन्युफैक्चरिंग शुरू की थी। इसके बाद आईफोन 11, आईफोन 12, और आईफोन 13 का प्रोडक्शन भी भारत में हुआ। कंपनी के तीन इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (EMS) पार्टनर्स - फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन, और पेगाट्रॉन - भारत में इनका निर्माण कर रहे हैं।
PLI स्कीम और Apple
Apple के तीनों कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स - फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन, और पेगाट्रॉन - भारत सरकार की 41,000 करोड़ रुपये की प्रोडक्शन-लिंक्ड इन्सेंटिव (PLI) स्कीम का हिस्सा हैं। इस स्कीम के कारण भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग में तेजी आई है। 2020 में लॉन्च की गई PLI स्कीम के तहत, विदेशी कंपनियों को भारत में लोकल मैन्युफैक्चरिंग के अवसर मिलते हैं और उन्हें इन्सेंटिव भी प्रदान किया जाता है।