Air India Sold! 68 साल बाद फिर टाटा ग्रुप ने खरीदा एयर इंडिया
Tata Group Acquired Air India
Tata Group Acquired Air India: आखिरकार Air India को खरीददार मिल ही गया. Tata Group ने एयर इंडिया को 68 साल बाद फिर अपना बना लिया है. सिविल एविएशन मिनिस्ट्री (Civil Aviation Ministry) के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है.
बता दें टाटा ग्रुप (Tata Group) ने एयर इंडिया (Air India) की बोली जीत ली है. सिविल एविएशन मिनिस्ट्री (Civil Aviation Ministry) के अधिकारियों के मुताबिक़ एयर इंडिया की बिक्री के लिए लगाई गई दो बोलियों में टाटा ग्रुप पर मुहर लगा दी गई है. हांलाकि अभी इसकी आधिकारिक घोषणा होना शेष है.
टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट शामिल थें
अनगिनत मुसाफिरों को उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचने वाली एयर इंडिया की बिक्री बोली प्रक्रिया में टाटा ग्रुप (Tata Group) और स्पाइसजेट (Spicejet) शामिल थी. दोनों ही कंपनियों ने जमकर बोली लगाई. दोनों में से सरकार ने टाटा ग्रुप का चयन किया एवं एयर इंडिया एक बार फिर टाटा ग्रुप के पास आ गई. एयर इंडिया की बिक्री में लगी बोली में टाटा ग्रुप ने आखिरी बोली लगाई थी.
एयर इंडिया के बिक्री के लिए मंत्रियों की एक कमेटी बनाई गई थी, मंत्रियों की इस समिति की अगुवाई गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं. इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एविएशन मिनिस्ट्री के सूत्रों ने बताया कि टाटा ग्रुप शीर्ष बोली लगाने वाले के तौर पर सामने आया है. लेकिन इसे लेकर आधिकारिक ऐलान समिति की मंजूरी के बाद ही किया जाएगा.
गोपनीय रखा गया था रिज़र्व प्राइस
ईटी को एक दूसरे शीर्ष अधिकारी ने बताया कि रिजर्व प्राइस को बोलियों को आमंत्रित करने के बाद तय किया गया था. ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि बोली लगाने वालों को बोली लगाने से पहले रिजर्व प्राइस के बारे में पता नहीं चले. उन्होंने कहा कि इससे रिजर्व प्राइस को लेकर बेहद गोपनीयता रखी गई है. रिजर्व प्राइस को वैल्युएशन एडवाइजर RBSA और ट्रांजैक्शन एडवाइजर EY द्वारा मंगलवार को कैबिनेट सचिव की अगुवाई वाली सचिवों की समिति के सामने प्रेजेंटेशन देने के बाद तय किया गया था.
चार महीनों में प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य
दोनों बोली लगाने वालों को उनके साथ बुधवार को की गई बैठक में शेयर पर्चेस अग्रीमेंट (SPA) दिया गया था. विनिवेश की प्रक्रिया शाह की अगुवाई वाली समिति द्वारा विजेता चुनने पर एक बार आधिकारिक ऐलान होने के बाद शुरू होगी. पैनल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और एविएशन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं.
ईटी को एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि ट्रांसफर की प्रक्रिया SPA के साथ शुरू होगी. उन्होंने कहा कि एयरलाइन को चार महीनों में पूरी तरह नए मालिकों को देने का लक्ष्य है.