Agriculture Department: कीवी की खेती किसानों कर किसान बने मालामाल, जानिए कैसे?
Agriculture Department: करीबन 20 से 22 वर्ष पहले पहचान में आया एक जंगली फल कीवी आज प्रदेश तथा प्रदेश के किसानों को पहचान दिला रहा है। प्रदेश के किसान लाखों नहीं करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। वही कोरोना काल में कीवी की मांग इतनी ज्यादा बढ़ गई कि कीमत आसमान छूने लगी। कीवी का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में आज अरुणाचल प्रदेश की संधान केंद्र की स्थापना कर नित नए प्रयोग कर रहा है।
कीवी का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य
अरुणाचल प्रदेश मे कीवी का अकेले 50 प्रतिशत उत्पादन हो रहा है। शेष 50 प्रतिशत में अन्य फलों फसलों का उत्पादन होता है। जानकारी के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश में प्रतिवर्ष लगभग 8000 मेट्रिक टन कीवी का उत्पादन होता है। देश के हर राज्य में कीवी भेजने का कार्य अरुणाचल प्रदेश के द्वारा किया जाता है। आज देश का सबसे बड़ा कीवी उत्पादक राज्य अरुणाचल प्रदेश बन चुका है।
अनुसंधान केंद्र की स्थापना
अरुणाचल प्रदेश सरकार ने कीवी फल का उत्पादन बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है। कभी जंगल में पाया जाने वाला टीवी आज किसानों के खेतों में लहरा रहा है। अरुणाचल प्रदेश सरकार ने कीवी को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के लोअर सुबनसिरी जिले में कीवी अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई है। वहीं कृषि वैज्ञानिकों का कहना है के राज्य की प्राकृतिक स्थिति पादन के लिए उपयुक्त है।
मिल चुकी है जैविक प्रमाणिकता
राष्ट्रीय स्तर पर जैविक प्रमाणिकता प्राप्त करना अपने आप में एक बड़ी बात है। किसी एक फल या कृषि के के क्षेत्र में यह प्रमाणिकता हासिल करना अपने आप में खरा सोना साबित होने के बराबर है। जैविक प्रमाणिकता प्राप्त करने के लिए प्रमाणन नियामक निकाय कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादन निर्यात विकास प्राधिकरण के द्वारा वैज्ञानिक मूल्यांकन के बाद प्राप्त होता है।
उपयुक्त है जलवायु
कीवी उत्पादन के लिए अरुणाचल प्रदेश का पहाड़ी भूभाग वरदान साबित हो रहा है। बताया गया है कि यहां की और उपयुक्त जलवायु कीवी उत्पादन के लिए सबसे आदर्श माना गया है। शुरुआत के दिनों में जंगलों से प्राप्त होने वाली कीवी ही उत्पादन के रूप में जाना जाता था। लेकिन आज कीवी के उत्पादन में बढ़ोतरी हो चुकी है।