अडाणी-हिंडनबर्ग केस: सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने जांच रिपोर्ट सार्वजानिक कर दी, रिपोर्ट में क्या है?
Adani-Hindenburg Case Investigation Report: अडानी-हिंडेनबर्ग केस की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जो जांच टीम बनाई थी उसने अपनी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी. कमेटी ने इस मामले की इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट 6 मई को ही सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी थी. जिसे 19 मई के दिन सार्वजनिक कर दिया गया. जांच रिपोर्ट में कहा गया कि शेयर प्राइज़ में हेरफेर के आरोपों पर अभी यह फैसला करना संभव नहीं है कि हेरफेर की वजह SEBI का रेगुलेटरी फेल्योर है.
अडानी-हिंडेनबर्ग जांच रिपोर्ट में क्या है
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई जांच टीम का कहना है कि- SEBI को संदेह है कि 13 विदेशी फंडों के अडानी ग्रुप के साथ संबंध हो सकते हैं. अडानी ग्रुप के शेयर्स में अर्टिफिशियल ट्रेडिंग का कोई पैटर्न नहीं मिला है. और कुछ संस्थाओं ने हिंडेनबर्ग रिपोर्ट के पब्लिश होने से पहले शार्ट पोजीशन ली थी.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जो कमेटी बनाई थी उसके हेड रिटायर्ड जज एमएम सप्रे हैं. उनके साथ इस जांच टीम में जस्टिस जेपी देवधर, ओपी भट, एमवी कामथ, नंदन नीलेकणि और सोमशेखर सुंदरेसन शामिल हैं। CJI चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला की बेंच ने कमेटी बनाने का यह आदेश 2 मार्च को दिया था।
इसी मामले में बुधवार को सुनवाई हुई थी. इंडिपेंडेंट कमेटी की सौंपी गई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें रिपोर्ट का एनालिसिस करने के लिए समय चाहिए। इस जांच रिपोर्ट को पक्षकारों को भी भेजा जाएगा। इस मामले में पेश हुई रिपोर्ट पर सुनवाई अब 11 जुलाई को होगी।
गौरतलब है कि पिछले साल अमेरिकी कंपनी हिंडेनबर्ग ने एक रिपोर्ट छापी थी जिसमे अडानी ग्रुप पर शेयर मेनिपुलेशन का आरोप लगाया गया था. जिस मामले में विपक्ष ने बहुत बखेड़ा खड़ा कर दिया था.