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अम्बानी परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, छोटे भाई अनिल अम्बानी को लेकर आई बुरी खबर

Shashank Dwivedi | रीवा रियासत
29 March 2024 10:50 PM IST
Updated: 2024-03-29 17:20:31
अम्बानी परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, छोटे भाई अनिल अम्बानी को लेकर आई बुरी खबर
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अनिल अंबानी कभी दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में शामिल थे. लेकिन अब उनको लेकर बुरी खबर सामने आ रहे है.

अनिल अंबानी कभी दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में शामिल थे. लेकिन अब उनको लेकर बुरी खबर सामने आ रहे है. अनिल अम्बानी के बड़े भाई मुकेश अम्बानी देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन है. वो दिन रात तरक्की कर रहे है. वही दूसरी तरफ अनिल अम्बानी कर्ज में डूबते जा रहे है. कर्जदाता 9,661 करोड़ रुपये के नकद भुगतान से कर्ज वसूली की उम्मीद कर रहे हैं। इस बीच रिलायंस कैपिटल के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है। अनिल अम्बानी के इतने मुश्किल समय में भी उनके बड़े भाई मुकेश अम्बानी भी उनके साथ नहीं खड़े है. आगे आपको हमारे इस लेख में बताते है कि अनिल अम्बानी जी के साथ क्या हुआ जिसके बाद पूरा परिवार दुखी है.

अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल (RCap) बिकने जा रही है। कर्ज में फंसी रिलायंस कैपिटल के कर्जदाताओं ने हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लि. की तरफ से पेश समाधान योजना के पक्ष में मतदान किया है। कंपनी ने बोली के दूसरे दौर में सबसे ज्यादा 9,661 करोड़ रुपये नकद की पेशकश की है।

सूत्रों ने कहा कि 99 प्रतिशत मत इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लि. (IIHL) की तरफ से लगाई गई बोली के पक्ष में थे। इसका कारण है कि कर्जदाता 9,661 करोड़ रुपये के नकद भुगतान से कर्ज वसूली की उम्मीद कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इसके साथ रिलायंस कैपिटल के पास रखी 500 करोड़ रुपये से अधिक नकदी भी कर्जदाताओं को मिलेगी। इस तरह कर्जदाता को 10,200 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। हालांकि मूल रूप से सुरक्षित कर्ज 16,000 करोड़ रुपये है यानी कर्जदाताओं के लिये कुल कर्ज में से 65 प्रतिशत की ही वसूली होगी।

आईआईएचएल की समाधान योजना पर नौ जून को शुरू हुआ मतदान गुरुवार को संपन्न हुआ था। कर्जदाताओं की समिति ने पहले दौर में 9,500 करोड़ रुपये की न्यूनतम बोली सीमा निर्धारित की थी। वहीं अप्रैल में हुए नीलामी के दूसरे दौर में यह सीमा 10,000 करोड़ रुपये रखी गई थी। उसके बाद लगने वाली प्रत्येक दौर की बोली में 250-250 करोड़ रुपये की वृद्धि होगी।

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