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35 साल की तारक मेहता की 'बबीता जी' ने खोला काला राज! वो व्यक्ति 'मेरे अंडरपैंट में हाथ डाला था' ब्रा की स्ट्रैप खींचता था, फिर हुई खौफनाक घटना
Tarak Mehta Babita Ji
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में बबीता जी (Babita Ji) बनकर सबके दिलों पर राज करने वाली अभिनेत्री मुनमुन दत्ता (Munmun Dutta) आज काफी फेमस है. इस सीरियल से अभिनेत्री को काफी ज्यादा पॉपुलैरिटी हासिल हुई है. बता दे कि उनकी फैन फोलोइंग इतनी शानदार है कि उनके फैंस अक्सर उनके बारे में जानना चाहते हैं. TMKOC की 'बबीता जी' के पीछे सिर्फ जेठालाल ही नहीं बल्कि उनके फैंस भी दीवाने हैं. बबिता जी यानी मुनमुन दत्ता (Munmun Dutta) का एक पुराना बयान मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने अपने साथ हुए सेक्सुअल हैरेसमेंट का खुलासा किया था।
एक इंटरव्यू में मुनमुन दत्ता ने बताया था कि जब वे 6 साल की थी तब एक्टिंग कर चुकी थी. तब उन्हें पहली सैलरी 125 रुपए मिली थी. बता दें कि मुनमुन दत्ता ने टीवी की दुनिया में साल 2005 में कदम रखा था.
मुनमुन साल 2008 से अभी तक इस शो में काम कर रही हैं। वहीं वह इस शो से काफी अच्छी कमाई करती हैं साथ ही वह अपने सोशल मीडिया से भी काफी अच्छी कमाई करती हैं। वह लग्जरी लाइफ जीना पसंद करती हैं।
मुनमुन ने लिखा- 'मैं हैरान हूं कुछ 'अच्छे' मर्द उन महिलाओं की संख्या देखकर स्तब्ध हैं, जिन्होंने बाहर आकर अपने #metoo अनुभवों को साझा किया है. ये आपके ही घर में, आपकी ही बहन, बेटी, मां, पत्नी या यहां तक कि आपकी नौकरानी के साथ हो रहा है. उनका भरोसा हासिल करें और उनसे पूछें. आप उनके जवाबों पर हैरान होंगे. आप उनकी कहानियों से आश्चर्यचकित होंगे.
मुनमुन दत्ता ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा था कि उनके एक ट्यूशन टीचर ने अपना हाथ उनके अंडर पैंट (जांघिया) के अंदर तक डाल दिया था। मुनमुन ने यह खुलासा 2017 में उस वक्त किया था, जब एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में #MeToo कैंपेन छाया हुआ था।
मुनमुन ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था, "कुछ इस तरह से लिखना मेरे बचपन की उन यादों को ताजा कर आंखों में आंसू ले आता है, जब मुझे पड़ोस के अंकल और उनकी पैनी नजर से डर लगता था, जो हर मौके पर मुझे गलत तरीके से छूते थे और किसी को भी इस बारे में नहीं बताने के लिए धमकाते थे या फिर मेरे बहुत बड़े कजिन्स, जो मुझे पर अपनी बेटियों से हटकर अलग तरह की नजर रखते थे या फिर वह आदमी, जिसने मुझे अस्पताल में जन्म के समय देखा था और 13 साल बाद उसने मेरे शरीर को छूना सही समझा, क्योंकि मैं बढ़ती हुई टीनएजर थी और मेरे शरीर में बदलाव हो रहे थे या मेरा ट्यूशन टीचर, जिसके हाथ मेरे अंडर पैंट में थे या एक अन्य टीचर, जिसे मैंने राखी बांधी थी और जो लड़कियों को ब्रा की पट्टियों से खींचता था और उनके ब्रैस्ट पर थप्पड़ मारता था या ट्रेन स्टेशन पर वह आदमी, जो आपको गलत तरीके से छूता है।"
आपको पता नहीं होता कि आप कैसे इस चीज को अपने माता-पिता के सामने रखेंगे या फिर आपको इस बारे में किसी से भी एक भी शब्द कहने में शर्म आएगी और फिर आपके अंदर मर्दों के लिए नफरत पैदा होने लगती है. क्योंकि, यही लोग दोषी होते हैं जो आपको इस तरह से महसूस करवाने पर मजबूर करते हैं.