Processing fee on SBI home loan: एसबीआई अब वसूलेगा होम लोन प्रोसेसिंग फीस, जानिए कारण
नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को होम लोन की प्रोसेसिंग फीस पर छूट खत्म करने का फैसला किया है। आगामी 15 अक्टूबर के बाद होने वाले होम लोन पर अब यह फीस लगेगी। होम लोन के अलावा इसके टॉपअप लोन के साथ ही कार्पोरेट तथा बिल्डर्स को दिए जाने वाले लोन पर भी फीस वसूली जाएगी। बैंक अधिकारियों का कहना है कि होम लोन ब्याज से होने वाली बैंक की कमाई में कमी आई है, इसलिए यह फैसला लिया गया है। बता दें, बीते एक साल में एसबीआई ने रेपो रेट में 135 बेसिस अंकों की कमी की है। अभी बैंक ने फेस्टिवल सीजन के दौरान प्रोसेसिंग फीस में छूट दे रखी थी।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ने 31 दिसंबर 2019 तक होम लोन प्रोसेसिंग फीस में छूट का सर्कुलर जारी किया था। देश में फेस्टिवल सीजन देखते हुए यह फैसला लिया गया था, जिसे अब वापस ले लिया गया है। बैंक के इंटरनल सर्कुलर में यह जानकारी दी गई है।
बैंक का कहना है कि 1 जुलाई 2019 को बैंक ने अपने लैंडिंग रेट को रेपो रेट से लिंक किया था। इसके लिए खास सॉफ्टवेयर भी लांच किया गया था। रेपो रेट से लिंक करने के फैसले से ब्याज दरें और कम हो गईं, जो कि पहले से देश में सबसे कम थीं। इसके बाद 1 अगस्त 2019 को यह सॉफ्टवेयर वापस ले लिया गया। अब उच्च स्तर पर फैसला लिया गया कि प्रोसेसिंग फीस वसूली जाए।
रिपेमेंट पर भी लग सकता है चार्ज मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैंक इस नुकसान की भरपाई के दूसरे रास्ते भी तलाश रहा है। जैसे रिपेमेंट पर चार्ज वसूलना और सेंट्रल रजिस्ट्री ऑफ सेक्युरिटीज एसेट रीकंस्ट्रक्शन एंड सिक्युरिटी इंटरेस्ट (CERSAI) की रजिस्ट्रेस फीस वसूला।
यह प्रोसेसिंग फीस 0.4% रहेगी। यानी अब एसबीआई होम लोन पर 10,000 से 30,000 तक की प्रोसेसिंग फीस चुकाना पड़ेगी।