बिहार

RRB-NTPC Bihar Strike: छात्रों का बिहार बंद: झड़प, हिंसा और लाठीचार्ज, समझिये क्यों बवाल मचा है

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत
28 Jan 2022 1:27 PM IST
Updated: 2022-01-28 08:46:57
RRB-NTPC Bihar Strike: छात्रों का बिहार बंद: झड़प, हिंसा और लाठीचार्ज, समझिये क्यों बवाल मचा है
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RRB-NTPC Bihar Strike: बिहार में RRB-NTPC परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी के मामले में पिछले 4 दिन से हिंसा हो रही है, छात्र सड़क में प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस हॉस्टल में घुस-घुस कर स्टूडेंट्स पर लाठी बरसा रही है

RRB-NTPC Bihar Strike: बिहार में भारी बवाल मचा हुआ है, पुलिस के लाठी चार्ज के बाद हिंसा और भड़क गई है, हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. गिरफ़्तारी पर गिरफ़्तारी हो रही है, पूरे राज्य में गहमागहमी का माहौल बन गया है। छात्रों के प्रदर्शन से बिहार की सरकार डगमगाने लगी है।

शुक्रवार को RRB-NTPC के रिलज्ट में हेरफेर का आरोप लगा रहे छात्रों ने बिहार राज्य को बंद कर दिया, इस बीच हिंसा ही आग में घी डालने के लिए 7 राजनैतिक पार्टियों के कार्यकर्ता भी सड़क में आ गए। RJD, कांग्रेस, JAP, CPI, CPM, CPI-ML और VIP पार्टी के लोगों ने उधम मचाना शुरू कर दिया। इस बीच JAP पार्टी के कार्यकर्ताओं से पुलिस की खूब झड़प हुई।

  • वैशाली के हाजीपुर नगर के रामशीष चौक में RJD के विधायक डॉ. मुकेश रोशन ने सड़क में आगजनी कर कर दी, इस दौरान हाजीपुर-मुजफ्फरनगर, छपरा, समस्तीपुर समेत कई मार्ग में लम्बा जाम लग गया।
  • जहानाबाद में तो सड़क के बेच में क्रेन रख दी गई जिससे रास्ता अवरुद्ध हो गया
  • पटना, सहरसा, भागलपुर, गोपालगंज और मुजफ्फरनगर में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन चल रहा है
  • RJD नेता केदार यादव ने घोड़े में चढ़ कर प्रदर्शन किया
  • दरभंगा में RJD के लोगों ने बिहार की संपर्क क्रांति ट्रेन को रोक दिया

ये बवाल क्यों हो रहा है पूरा मामला समजिये

रेलवे भर्ती की परीक्षा NTPC में भर्ती के लिए 35,281 वेकेंसी रेलवे ने निकाली थी, इसके लिए 7,05,620 यानी के भर्ती से 20 गुना ज़्यादा छात्रों ने परीक्षा दी थी. रेलवे ने सिर्फ 3,80000 लोगों को पास किया, इस परीक्षा में इंटर और ग्रैजुएशन के लिए अलग से कोई वेकेंसी नहीं थी, दोनों की परीक्षा एक साथ हुई, कई कैंडिडेट्स का एक साथ कई जगह पर सिलेक्शन में हो गया और कई सीट खली रह गईं. छात्रों का कहना है कि ग्रेजुएशन और इंटर की परीक्षाएं अलग-अलग होनी चाहिए थी.

रेलवे बोर्ड ने छात्रों को धोखा दिया

ग्रुप डी की परीक्षा सिर्फ एक बार होनी थी, जिसमे डेढ़ करोड़ लोगों ने परीक्षा दी थी, एक परीक्षा के बाद सीधा सिलेक्शन होना था लेकिन रिलज्ट जारी करने के बाद रेलवे ने NTPC और ग्रुप डी की एक और परीक्षा आयोजित करने की बात कि जबकि ग्रुप डी के नोटिफिकेशन में दूसरे एग्जाम का कोई जिक्र ही नहीं किया गया था।

रेलवे ने वेकेंसी में वोटिंग लिस्ट नहीं बनाई, मान लीजिये किसी छात्र का 4 पोस्ट के लिए चयन हो गया लेकिन वो ज्वाइन तो एक पोस्ट में करेगा, ऐसे में शेष 3 पोस्ट खली बचीं जिसमे वेटिंग लिस्ट में आने वाले छात्र को मौका मिलता, लेकिन रेलवे ने ऐसा ऐसा नहीं किया।

इस लिए बवाल मचा

इन्ही विसंगतियों को लेकर छात्रों ने कई बार बोर्ड को पत्र लिखे, नेताओं, सरकार, प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी, छात्रों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने उन्हें मारा, इसके बाद छात्रों का प्रदर्शन उग्र होता चला गया। बीते दिन छात्रों ने ट्रेन की बोगी फूंक डाली तो रेलवे की सम्पत्ति को आग में झोंक दिया। इस दौरान हाथापाई हुई, कई बेकसूर छात्रों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया उन्हें जेल में डाल दिया। और शुक्रवार को इन्ही सब कार्रवाई और रेलवे बोर्ड की धोखाधड़ी के कारण छात्रों न बिहार बंद कर दिया। लेकिन राजनैतिक दलों ने छात्रों के कंधे में बंदूक रख कर सरकार को निशाना बनाना चालू कर दिया।

अब क्या होगा

पहले चरण का रिलज्ट 14-15 जनवरी को घोषित हुआ था जिसके बाद खूब हंगामा हुआ तो रेलवे ने अब भर्ती परीक्षा टाल दी, रेलवे ने इस विवाद के बाद दूसरे चरण की परीक्षा को पोस्टपोंड कर दिया है, कैंडिडेट्स को 16 फरवरी तक अपनी शिकायतों को रेलवे बॉर्ड को सौंपने का मौका दिया गया है, रेलवे की समिति 4 मार्च को अपनी अंतिम रिपोर्ट बोर्ड को देगी। दूसरे चरण की परीक्षा 15 फरवरी को होनी थी।

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