छपरा में जहरीली शराब पीने से 39 लोग मर गए, बिहार सीएम नितीश कुमार ने बड़ा बेहूदा बयान दिया
नितीश कुमार छपरा जहरीली शराब: बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से अबतक 39 लोगों की तड़प-तड़प कर मौत हो चुकी है. दावा है कि कुल 50 लोगों ने जहरीली शराब पी थी जिसमे सप्लायर भी शामिल था। इस मामले को लेकर केंद्र सरकार और विपक्ष नितीश कुमार को घेरने लगा है. मगर बिहार के मुख्यमंत्री को तीन दर्जन से अधिक लोगों के मारे जाने के प्रति कोई संवेदना नहीं है.
नितीश कुमार ने मरने वालों और उनके परिवार वालों के प्रति संवेदना व्यक्त नहीं की बल्कि उन्हें ही उनकी जिम्मेदार ठहरा दिया नितीश कुमार ने बड़े अड़ियल रैवये से बेहूदा बयान दिया।
उन्होंने कहा- जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं। सबको अलर्ट रहना चाहिए, क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा।
वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि- गुजरात में भी जहरीली शराब पीने से मौते हुई हैं. गलत मरोगे तो गलत होगा ही.
जहरीली शराब से अबतक 39 की मौत
छपरा के बहरौली, मशरक तख्त, मढ़ौरा इलाके में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीणों का कहना है कि छपरा पुलिस को इस अवैध शराब कारोबार के बारे में सब कुछ मालूम था और इस जहरीली शराब की सप्लाई पुलिस के संज्ञान में काफी सालों से चल रही थी. पीड़ित परिवारों का खान है कि इस गांव में घर-घर शराब बनाई जाती को मालूम है कि यहां दारु 20 रुपए में मिल जाती है.
कहा गया है कि इस जहरीली शराब को पीने वालों की संख्या 50 थी. जिसमे खुद दारु सप्लाय करने वाला व्यक्ति भी था. मरने वाले 39 लोगों में वो भी शामिल है. लेकिन मिडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि अस्पताल में अभी 30 लोगों का इलाज चल रहा है. जिनकी हालत ऐसी है कि वो कभी कभी मर सकते हैं.
इस मामले में अबतक 86 लोगों को अरेस्ट किया गया है और थानेदार रितेश मिश्रा समेत दो पुलिसकर्मियों को ससपेंड किया गया है.
सुशील मोदी का कहना है कि बिहार में शराबबंदी के बाद से अबतक 1000 लोग जहरीली शराब पीने से मरे हैं और 6 लाख लोगों को शराब पीने के चलते गिरफ्तार किया जा चुका है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नितीश कुमार को असंवेदनशील मुख्यमंत्री कहा है.