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भोपाल में जूनियर ऑडिटर के घर से 90 करोड़ की अवैध संपत्ति बरामद, विदेशी करेंसी और पिस्टल भी मिली; लोकायुक्त टीम की कार्रवाई
मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में बुधवार को लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जूनियर ऑडिटर रमेश हिंगोरानी के ठिकानों पर छापा मारा। यह छापेमारी बैरागढ़ स्थित उनके आवास समेत 6 जगहों पर की गई। इस दौरान लगभग 90 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति के दस्तावेज, 4 लग्जरी कारें, विदेशी करेंसी और बड़ी मात्रा में सोने-हीरे की ज्वेलरी बरामद हुई। इसके अलावा, उनके बेटे के स्कूल से एक अवैध पिस्टल भी जब्त की गई है।
लग्जरी कारें और विदेशी करेंसी बरामद
लोकायुक्त की छापेमारी में क्रेटा और स्कॉर्पियो जैसी लग्जरी कारों के साथ 5 दोपहिया वाहन भी मिले। छापेमारी के दौरान घर से विदेशी करेंसी भी बरामद हुई, जिसमें विभिन्न देशों की मुद्राएं शामिल थीं। हिंगोरानी के खिलाफ पहले से ही आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच चल रही थी, और इस छापे के बाद उनकी संपत्ति की कुल कीमत 90 करोड़ से अधिक होने का अनुमान लगाया गया है।
एक किलो सोने के जेवरात नकदी गिनने मंगाई मशीन
रमेश हिंगोरानी के यहां बड़ी मात्रा में कैश मिला है। गिनने के लिए मशीन मंगाई गई। एक किलो से अधिक सोने के जेवरात मिले। डायमंड के 2 हार, हीरे की 5 अंगूठी मिल चुकी हैं। पूरे परिवार के नाम अब तक एक दर्जन से अधिक चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। बैरागढ़ स्थित मकान के दूसरे फ्लोर में जहां कार्रवाई हुई, वह हिंगोरानी के बड़े बेटे का है
स्टॉक मार्केट में निवेश के दस्तावेज
लोकायुक्त टीम को हिंगोरानी के घर से स्टॉक मार्केट में निवेश के दस्तावेज भी मिले हैं। साथ ही, कई बैंक खातों और लॉकरों के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि हिंगोरानी ने अपने धन को विभिन्न स्रोतों में निवेश किया था। उनकी संपत्ति में भोपाल के विभिन्न इलाकों में 10 से अधिक दुकानों का मालिकाना हक भी शामिल है।
बेटे के स्कूल से अवैध पिस्टल मिली
छापेमारी के दौरान हिंगोरानी के बेटे नीलेश के प्रेरणा किरण स्कूल से एक अवैध पिस्टल बरामद हुई। इस पर कार्रवाई करते हुए गांधी नगर पुलिस ने नीलेश के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं, रमेश हिंगोरानी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (2) और धारा 13 (1) (b) के तहत केस दर्ज किया गया है।
सरकारी जमीन पर कब्जा और अवैध निर्माण
रमेश हिंगोरानी पर भोपाल के गांधीनगर इलाके में सरकारी जमीन पर कब्जा करने और उसे बेचने का आरोप भी है। दो साल पहले प्रशासन ने उनके मैरिज गार्डन को ध्वस्त कर दिया था, जिसे उन्होंने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बना रखा था।
स्कूलों का संचालन और परिवार के लिए मोटी सैलरी
रमेश हिंगोरानी और उनके परिवार द्वारा संचालित स्कूलों के बारे में भी लोकायुक्त को शिकायतें मिली हैं। उन्होंने लक्ष्मी देवी विकयोमल सराफा एजुकेशन सोसाइटी के तीन स्कूलों का संचालन अपने हाथ में लिया और अपने बेटों और बहुओं को बिना योग्यता के मोटी सैलरी दी जा रही थी। सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद उन्होंने लाभ के पद पर रहते हुए यह कार्य किया, जो कानून के खिलाफ है।
कौन है रमेश हिंगोरानी
- तकनीकी शिक्षा विभाग में असिस्टेंट ग्रेड वन के पद पर हैं।
- मासिक सैलरी 82 हजार रुपए है।
- सैलरी के अनुपात में लिविंग स्टैंडर्ड बहुत ज्यादा हाई है।
मुख्यमंत्री मेधावी योजना में पदस्थ थे हिंगोरानी
लोकायुक्त एसपी दुर्गेश राठौर ने बताया कि रमेश हिंगोरानी तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत मुख्यमंत्री मेधावी योजना के श्यामला हिल्स स्थित कार्यालय में सहायक ग्रेड वन के पद पर पदस्थ थे। अब उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
अब तक 70 लाख के जेवरात मिले हैं। प्रॉपर्टी के दस्तावेजों का एनालिसिस किया जा रहा है। कई नोट चिपके हैं, ऐसे में मशीन से नोट गिनने में परेशानी आ रही है। परिवार के खर्च वैध आय से ज्यादा हैं। - संजय शुक्ला, लोकायुक्त डीएसपी