- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- भोपाल
- /
- MP CM उम्मीदवारी को...
MP CM उम्मीदवारी को लेकर शिवराज पर संशयः सीएम चौहान ने फिर कहा पार्टी के लिए दरी भी बिछा लूंगा
Madhya Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर पार्टी ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। इस बार एमपी सहित अन्य राज्यों में होने वाले चुनावों का नेतृत्व प्रदेश स्तरीय नेता नहीं बल्कि खुद प्रधानमंत्री मोदी करने वाले हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पर इस बात का संशय बना हुआ है कि पार्टी उन्हें इस बार राज्य में बतौर मुख्यमंत्री प्रत्याशी के रूप में सामने नहीं लाएगी। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में सीएम चौहान के नेतृत्व में बीजेपी ने हाथ से सत्ता गंवा दी थी। ठीक ऐसा ही छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी हुआ था।
केन्द्र में एमपी सीएम प्रत्याशी के नाम को लेकर शिवराज सिंह चौहान के अलावा अन्य विकल्प तलाशे जा रहे हैं। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान ने भी अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि वह खुद से पार्टी में अपना पद तय नहीं कर सकते। वह हमेशा बीजेपी की सेवा में तत्पर रहे हैं और पार्टी उन्हें दरी बिछाने का काम सौंपती है तो वह भी करने से उन्हें कोई परहेज नहीं है। भारतीय जनता पार्टी की सेवा करते रहने पर ही उन्हें वह सब हासिल हुआ है जो आज वह हैं। बता दें कि यही बात शिवराज सिंह चौहान ने पांच महीने पहले भी कही थी।
सीएम शिवराज ने दिल्ली में दोहराई बात
सीएम शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। जहां उन्होंने इकोनॉमिक्स टाइम्स द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि एक अच्छा कार्यकर्ता पार्टी के आदेश को फॉलो करता है। कार्यकर्ता अपने बारे में खुद फैसले नहीं लेता। पार्टी को यह पता है कि किस कार्यकर्ता द्वारा कौन सा काम लिया जाना है। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं भी पार्टी का कार्यकर्ता हूं। मैं अपने लिए भूमिका तय नहीं कर सकता। पार्टी नेतृत्व यदि कहेगा तो वह दरी भी बिछाने के लिए तैयार हैं।
खुद को बताया भाजपा का आम कार्यकर्ता
इस दौरान जब सीएम शिवराज सिंह चौहान से यह पूछा गया कि राज्य छोड़कर आप राष्ट्रीय राजनीति में अपने आपको कहां देखते हैं। जिसका उत्तर देते हुए सीएम ने कहा कि वह केवल भाजपा के आम कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए हर वर्ष चुनावी साल होता है। हम रेगुलर इस पर काम करते रहते हैं। चुनावी साल का कॉन्सेप्ट उन लोगों के लिए जो चार साल काम नहीं करते हैं। इससे दूरी बनाकर रखते हैं।