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मध्यप्रदेश में आंधी, बारिश और ओलों का कोहराम, 14 लोगों की मौत
भोपाल, इंदौर। मध्य प्रदेश के कई जिलों में सोमवार रात और मंगलवार को आंधी के साथ बारिश और ओलों ने कोहराम मचा दिया। बिजली गिरने से 13 की मौत हो गई। जबकि सीहोर जिले के आष्टा में चलती बाइक पर पेड़ गिरने से एक ने दम तोड़ दिया। इंदौर जिले के हातोद में एक ही परिवार के तीन लोगों की मृत्यु आकाशीय बिजली से हुई। जगह-जगह बारिश और ओलों से खेतों में खड़ी और काट कर रखी फसलों के अलावा मंडियों में खुले में रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं और लहसुन भीगने की खबर है। आंधी से कई जिलों में मकानों की चद्दर और दुकानों के बोर्ड भी उड़ गए।
इंदौर जिले के हातोद में एक ही परिवार के तीन की मौत इंदौर जिले के बेटमा थाना क्षेत्र के गांव डासरी का चौकीदार सौदान पिता पुनाजी (38) पत्नी अनिता (32) और पुत्र निरंजन (13) व पुत्री मुस्कान (10) के साथ मंगलवार को धतुरिया गांव से दोपहिया वाहन से लौट रहा था। रास्ते में बारिश शुरू होने पर चारों पेड़ के नीचे खड़े हो गए, तभी पेड़ पर बिजली गिरी। इससे सौदान और दोनों बच्चों की मौत हो गई। अनिता गंभीर रूप से घायल हो गई, उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है।
आलीराजपुर जिले के ग्राम मायावाट में सुमेरिया (18)
धार जिले के ग्राम पिपलिया में सुभाष (23) और राहुल (14) और ग्राम मालपुरा में रूमाल (8)
तलाम जिले के ग्राम सेमलखेड़ा में तुलसी (13) और ग्राम काटकूट में शेरू (48)
शाजापुर जिले के ग्राम पीरखेड़ी में रणजीत सिंह (45)
छिंदवाड़ा जिले के खंशवाड़ा गांव में गजेंद्र
सीहोर जिले में नाईहेड़ी निवासी जयराम
राजगढ़ जिले के पड़ाना कस्बे में सोबू बाई
चलती बाइक पर गिरा पेड़, एक की मौत सीहोर जिले के आष्टा में आंधी चलने से चलती बाइक पर गिरे पेड़ के नीचे दबने से अरनियाराम निवासी दिलीप पिता बाबूलाल की मौत हो गई।
मौसम में ऐसा बदलाव क्यों? मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमी राजस्थान पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसी तरह पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अतिरिक्त पश्चिमी राजस्थान पर बने कम दबाव के क्षेत्र से मध्य प्रदेश के मध्य भाग से होकर महाराष्ट्र तक एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन) बना हुआ है। इन तीन बदलावों के कारण प्रदेश के कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश की स्थिति बनी हुई है।
अब आगे क्या? वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एसके डे ने बताया कि आंधी-पानी की स्थिति बुधवार को भी बनी रहने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। अभी तीन-चार दिन तक अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी की संभावना कम है।