- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- भिंड
- /
- एमपी के भिंड में...
एमपी के भिंड में चपरासी को एक दिन के लिए बनाया गया बीईओ, जानिए क्या है मामला
जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें शिक्षा विभाग में पदस्थ चपरासी को एक दिन के लिए बीईओ बनाया गया। एक दिन के लिए ही सही चपरासी से बीईओ बनने पर उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। विभाग द्वारा लिया गया यह निर्णय क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला एमपी के भिंड जिले का है। ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (बीईओ) की कुर्सी संभालते ही उन्होंने अपना दायित्व भी बखूबी निभाया। इस दौरान उन्होंने न केवल कार्यालय में पान-गुटखा खाकर आने वाले लोगों की एंट्री पर पाबंदी लगा दी बल्कि पान-गुटखा खाकर थूकने वालों के खिलाफ भी 200 रुपए का जुर्माना लगाने का आदेश जारी कर दिया।
इन्हें बनाया एक दिन के लिए बीईओ
कार्यालय के अंदर अफसर, क्लर्क और चपरासी के बीच समानता का भाव लाने की मंशा से भिंड में शिक्षा विभाग के बीईओ सुदामा सिंह भदौरिया ने अपना चार्ज एक दिन के लिए दफ्तर के चपरासी रमेश श्रीवास को सौंपा। हालांकि प्रभार सौंपने के पूर्व ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी से इसकी परमिशन भी ली गई थी। बीईजो का चार्ज मिलने के बाद रमेश ने अपना दायित्व भी पूरी ईमानदारी से निभाया। बताया गया है कि ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर का एक दिन का प्रभार मिलने पर रमेश ने सबसे पहले सीएम राइज स्कूल का निरीक्षण किया। जब स्कूल के शिक्षकों को यह जानकारी लगी कि उन्हें एक दिन के लिए बीईओ का दायित्व सौंपा गया है तो वे भी अलर्ट मोड पर आ गए। सीएम राइज स्कूल पहुंचकर रमेश द्वारा शिक्षकों की उपस्थिति से लेकर छात्र संख्या आदि की जानकारी का रिकार्ड भी देखा गया।
फटाफट जारी किए आदेश
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को एक दिन के लिए बीईओ बनाए जाने पर जहां वह गद्गद् थे तो वहीं कर्मचारियों के लिए विभिन्न आदेश भी जारी किए गए। सूत्रों की मानें तो निरीक्षण के दौरान प्रभारी बीईओ श्रीवास ने कार्यालय में सफाई बनाए रखने संबंधी आदेश जारी किए। जिसमें उनके द्वारा कार्यालय के अंदर पान, गुटखा खाने और बीड़ी-सिगरेट पीकर गंदगी फैलाने वालों पर शिकंजा कसा गया। पान-गुटखा खाकर कार्यालय आने वाले कर्मचारियों न सिर्फ पाबंदी लगाई गई बल्कि उन्होंने कार्यालय में पान-गुटखा खाकर थूकने वालों पर भी 200 रुपए जुर्माना लगाए जाने का नोटिस चस्पा कराया। इसके अलावा कर्मचारियों को टाइम से ऑफिस पहुंचने व टाइम खत्म होने के बाद ही जाने के निर्देश जारी किए गए।