5 साल बाद बंद हो जाएंगी डीजल गाड़ियां! ऑयल मिनिस्ट्री ने सरकार को भेजा प्रपोजल
2027 तक देश में डीजल गाड़ियां बंद: भारत में 5 साल बाद डीजल गाड़ियों को बैन किया जा सकता है. ऑयल मिनिस्ट्री ने केंद्र सरकार को साल 2027 तक डीजल कारों को बंद करने के लिए प्रस्ताव भेजा है. लेकिन यह प्रतिबंध सिर्फ डीजल से चलने वाली बस और ट्रक के लिए भी है
देश में मोनोकार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने पूर्व पेट्रोलियम सचिव तरुण कपूर की अध्यक्षता में एनर्जी ट्रांजिशन एडवाइजरी कमेटी बनाई थी. इस समिति में सरकारी तेल कंपनियों ऑयल मिनिस्ट्री को भी शामिल किया गया था. तरुण कपूर के प्रधानमंत्री के सलाहकार बनने के बाद ONGC के पूर्व चेयरमैन सुभाष कुमार को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया था
सुभाष कुमार की अध्यक्षता में कमेटी ने रिपोर्ट तैयार कर 8 मई को तेल मंत्रालय को सौंपा, इसके बाद मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट की गई रिपोर्ट में कहा गया कि- जिन शहरों में जनसंख्या 10 लाख से ज्यादा है, वहां इलेक्ट्रिक और गैस-फ्यूल से चलने वाले व्हीकल्स को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।'
तो डीजल कार बनाने वाली कंपनियां क्या करेंगी?
जाहिर है अगर देश में 2027 के बाद डीजल कार मैन्युफैक्चरिंग बंद हो जाएगी तो डीजल कार बनाने वाली कंपनियों को बहुत नुकसान होगा। वैसे भी 1 अप्रैल 2023 से नए रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) BS6 फेज-2 नियम लागू होने के बाद कंपनियों को डीजल कारों को डिस्कंटीन्यू करना पड़ा था।
अगले 10 सालों में 75% बसें इलेक्ट्रिक होंगी
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि डीजल से चलने वालीं बसों के रजिस्ट्रेशन को 2024 से बंद कर देना चाहिए। और 2030 के बाद देश में इलेक्ट्रिक और ग्रीन फ्यूल वाली बसों को छोड़कर किसी भी बस का रजिस्ट्रेशन नहीं होना चाहिए। अगले 10 सालों में 75% इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर जोर दिया जा रहा है.