Ambassador Electric Model: नए अवतार में तहलका मचाने लौट रही है हिंदुस्तान मोटर्स की एम्बेसडर
Ambassador Car New Model, Electric Ambassador Car News: एम्बेसडर को किसी भी प्रकार की पहचान की जरुरत नहीं है। यह वह आइकॉनिक कार है जिसने भारतीय बाजार में 70 के दशक में राज करती किया है, उस दौर में हिन्दुस्तान मोटर्स का भारतीय ऑटो बाजार में 70 प्रतिशत से अधिक कब्ज़ा था, एम्बेसडर कार की लोकप्रियता और ड्यूरेबिलिटी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की उस समय प्रधानमंत्री से लेके बड़े-बड़े राजनेता व उद्योगपतियों इससे चलते थें।
हालांकि इतने वर्षों तक मार्किट में राज करने के बावजूद इस कार को 2014 में डिस्कन्टिन्यू कर दिया गया था क्योंकि हिंदुस्तान मोटर्स लगातार घाटे में आ रही थी. इसलिए कम्पनी ने प्यूजो (Peugeot) नाम की कम्पनी को एम्बेसडर का नाम और उसके राइट्स (Ambassador Name And Rights) 80 करोड़ रूपए में बेच दिए थे। लेकिन अब कम्पनी ने फैसला किया है की Joint Venture के माध्यम से एम्बेसडर को भारत में पुनः इलेक्ट्रिक अवतार में लांच करेगी।
कब और कहाँ शुरू होगी मैन्युफैक्चरिंग
दोनों कंपनियों के मध्य पार्टनरशिप प्रक्रिया 3 माह के भीतर हो जाएगी उसके बाद कम्पनी सबसे पहले इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स (Electric Two Wheelers) पर काम करेगी और उसके बाद ही हमें लेजेंडरी कार एम्बेसडर (ambassador) महज 2 वर्षों के भीतर ही भारतीय बाजार में दिखेगी। इस कार को हिंदुस्तान मोटर्स (Hindustan Motors) के चेन्नई Manufactring Plant में ही बनाया जायेगा।
नए अवतार में कैसी होगी अम्बेसडर
हालांकि अभी हम केवल अटकलें ही लगा सकते है, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह एक इलेक्ट्रिक सेडान (Electric Sedan) कार होगी, जिसका इंटीरियर और एक्सटीरियर पूरी तरह डिफ़रेन्ड होगा और हालांकि कंपनी अपनी पुरानी गलतियों से सीखकर इसका डिजाइन काफी फ्यूचरिस्टिक (Futuristic Design) बना सकती है. कम्पनी के वापसी के निर्णय ने काफी हलचल मचा दी है।
उत्तरपारा प्लांट में बनती थी Ambassador
हिंदुस्तान मोटर्स (Hindustan Motors Ltd) के चेन्नई प्लांट में Mitsubishi Cars का निर्माण होता था वहीं कंपनी के पश्चिम बंगाल के उत्तरपारा में Ambassador कारों का निर्माण होता था। 2014 में आखरी बार Ambassador Cars की मैनुफैक्चरिंग उत्तरपारा में हुई थी उसके बाद बिक्री घटने से कंपनी लगातार घाटे में जा रही थी. कर्ज में डूबने के बाद कम्पनी को इन कारों का प्रोडक्शन बंद करना पड़ा।
Ankit Pandey | रीवा रियासत
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