उत्तर प्रदेश: मैनपुरी में मिले 4 हज़ार साल पुराने हथियार, तस्वीरों में देखें ताम्र पाषाण युग के वेपेंस
Mainpuri 4000 Year Old Weapons Found: खुदाई के दौरान जमीन के अंदर एक बड़ा सा बक्सा मिला जिसमे 80 तरह के हथियार मिले
मैनपुरी में मिले 4 हज़ार साल पुराने हथियार: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में बहुत बड़ी खोज हुई है, जहां खोजियों को खुदाई के दौरान जमीन में अंदर एक बड़ा का बक्सा मिला और उसके अंदर 80 तरह के हथियार मिले। ऐसा माना जा रहा है कि मैनपुरी में मिले यह हथियार ताम्र काल के हैं और करीब 4 हज़ार साल पुराने हैं.
मैनपुरी में मिले प्राचीन काल के हथियार
Ancient Times Weapons Found In Mainpuri: मैनपुरी के एक खेत की खुदाई के दौरान 4000 साल पुराने प्रचीन काल के हथियारों का जखीरा मिला है. आगरा-दिल्ली पुरातत्व टीम ने अब इन प्रचीन हथियारों को अपने कब्जे में ले लिया है. मैनपुरी में मिले इन हथियारों में तीर, कमान, तलवार, चाकू और कई धारदार हथियार हैं. इन हथियारों को ताम्र पाषाण काल का बताया जा रहा है जब मानव ताम्बे और पत्थर से हथियार बनाया करते थे। जांच में जो परिणाम सामने आए हैं उससे आर्किओलॉजिस्ट काफी उत्साहित हैं. भारत में प्राचीन काल के सबूत मिलने के मामले में यह एक बड़ी खोज है. इससे पहले 9 जून को भी यहां हथियार मिले थे जिन्हे किसान अपने घर लेकर चले गए थे.
मैनपुरी में ताम्र पाषाण युग के हथियार मिलने का पूरा मामला
Discovery Of weapons of Chalcolithic age in Mainpuri: मैनपुरी के कुरावली क्षेत्र में मिले यह ताम्र पाषाण युग के हथियार 4000 साल से भी ज़्यादा पुराने हैं. इनकी खोज किसी पुरातत्व के खोजियों द्वारा नहीं बल्कि यही के रहने वाले किसानों ने की है. किसान अपने खेत का समतलीकरण कर रहे थे तभी खुदाई के दौरान एक पुराना बक्सा मिला और जब लोगों ने उस बक्से को खोला तो उसमे कई तरह के हथियार देखने को मिले।
किसान उन हथियारों को अपने घर ले गए
जैसे ही किसानों को प्राचीन हथियार मिले उन्हें लगा यह सोना है और वो उसे हथियाने के लिए छीना-झपटी मचा दिए, कई हथियारों को वो अपने साथ ले गए और कुछ को वहीँ छोड़ दिया।16 जून को SDM ने लोगों से उन हथियारों को वापस लिया और पुरातत्व विभाग को सौंप दिया है।
ताम्र पाषाण युग के 4000 साल पुराने हथियार
अधीक्षण पुरातत्वविद रामकुमार ने कहा कि हथियारों की जांच से ऐसा लगता है कि यह ताम्र पाषाण युग के हैं। तांबे के 80 हथियारों करीब 4000 साल पुराने हैं।
पुरातत्व विभाग ने अब हथियार पाए जाने वाले खेत में खुदाई करने से रोक लगा दी है, विशेषज्ञों का मानना है कि यह ताम्र पाषाण काल (Coper Age) के हो सकते हैं। कांसा हड़प्पा काल में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता था।
हथियारों की जांच से ऐसा लगता है कि यह ताम्र पाषाण युग के हैं। तांबे के 80 हथियारों करीब 4000 साल पुराने हैं
हथियारों की लंबाई 2 से 2.50 फीट बताई जा रही। इनकी बनावट स्टारफिश मछली जैसी है