क्या कल से बंद हो जाएंगे 90 करोड़ डेबिट और क्रेडिट कार्ड? RBI तारीख नहीं बढ़ाएगा

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Update: 2021-02-16 06:01 GMT
RBI DATE EXTENSION: आपके क्रेडिट और डेबिट कार्ड की कंपनी वीजा और मास्टरकार्ड ने RBI का एक नियम नहीं माना है। क्या इस कारण 90 करोड़ डेबिट और क्रेडिट कार्ड के बंद होने का खतरा हो गया है। यहां जानिए।

नई दिल्ली: रिजर्व बैंक के एक नियम को लेकर देशी और विदेशी कंपनियां आमने-सामने हो गई हैं। ईटी के मुताबिक पिछले हफ्ते अमेरिकी फाइनेंशियल कंपनियों ने रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर बीपी कानूनगो से बंद दरवाजे के पीछे बैठक की। इसके बाद कंपनियों की तरफ से भेदभाव की शिकायतें आने लगी। वीजा और मास्टरकार्ड समेत दूसरी कंपनियों ने वित्तमंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर iSPIRT की मौजूदगी पर सवाल उठाया।

अमेरिका भारत स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरन ने कहा कि iSIIRT (इंडियन सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री राउंड टेबल) जो कि पेटीएम, फोन पे और ओला जैसी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है उसको बैठक में नहीं रहना चाहिए था।

वीजा, मास्टरकार्ड के अलावा अमेरिकन एक्सप्रेस, अमेजन, वेस्टर्न यूनियन, डिस्कवर और मनी ग्राम ने भी रिजर्व बैंक की बैठक में मौजूद थे। रिजर्व बैंक चाहता है कि भारत में हो रहे ट्रांजैक्शन का डेटा भारत में ही स्टोर किया जाए। रिजर्व बैंक ने इसके लिए सभी कंपनियों को 15 अक्टूबर का समय दिया था।

दूसरी तरफ रिजर्व बैंक ने कहा है कि डेटा लोकेलाइजेश (डेटा देश में स्टोर करना) की तारीख आगे नहीं बढ़ाएगा। कंपनियों को इस नियम को पूरा करना होगा। सूत्रों ने यह जानकारी दी। अगर ऐसा होता है तो 90 करोड़ क्रेडिट और डेबिट कार्ड बंद हो सकते हैं। ऐसी आशंका हाल ही में इन कंपनियों के एक अधिकारी ने जताई थी। नियम नहीं मानने पर रिजर्व बैंक इन कंपनियों के खिलाफ क्या कदम उठाएगा ये अभी तय नही है। हालांकि देश में बैंकिंग ट्रांजैक्शन की संख्या को देखते हुए कार्ड बंद होने की आशंका कम ही है।

रिजर्व बैंक ने अप्रैल में एक सर्कुलर जारी कर कंपनियों को 15 अक्टूबर तक का समय दिया था। वीजा, मास्टरकार्ड, अमेजन और अमेजन एक्सप्रेस जैसी कंपनियां रिजर्व बैंक से बार-बार इसके लिए तारीख बढ़ाने की मांग कर रही है। इसके लिए इन कंपनियों ने वित्तमंत्री अरुण जेटली से भी मुलाकात की थी। कंपनियों ने भारत के ट्रांजैक्शन से जुड़े आंकड़े की एक कॉपी यहां स्टोर करने का प्रस्ताव दिया था।

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