Wolf Clone China: चीन ने आर्कटिक भेड़िये का क्लोन बना दिया, विलुप्त हो चुके जानवरों को वापस जिंदा कर रहा चीन
China Clones Arctic Wolf: चीन की एक कंपनी ने आर्कटिक भेड़िये की क्लोनिंग की है, और यह भेड़िये का का शावक 100 दिन का हो चुका है;
China clones arctic wolf: चीन की एक कंपनी ने आर्कटिक भेड़िये की सफल क्लोनिंग की है, यह भेड़िया पैदा नहीं हुआ बल्कि तकनीक से विकसित किया गया है। ये कोई मशीन या रोबोट भी नहीं है बल्कि जीता-जागता हाड-मांस से बना भेड़िया है. जिस कंपनी ने क्लोन वुल्फ बनाया है उसने भेड़िए का वीडियो भी जारी किया है और बताया है कि जिस भेड़िये को कंपनी ने बनाया है वो 100 दिन का हो चुका है.
दरअसल आर्कटिक भेड़िये (Arctic Wolf) का अस्तित्व खतरे में हैं, और लगभग विलुप्त हो चुके हैं. इन्हे बचाने के लिए चीन ने खुद का भेड़िया बना दिया है. मतलब तकनीक की मदद से भेड़िये का क्लोन बन दिया है. बीजिंग की कंपनी साइनोजीन बायोटेक्नोलॉजी एंड हार्बिन पोलरलैंड (Cyanogen Biotechnology and Harbin Polarland) ने ही भेड़िये की क्लोनिंग की है. वैज्ञानिकों ने कहा है कि हम दुनिया के दुर्लभ और विलुप्त हो चुके जीवों को बचा सकते हैं
चीन में भड़िये की क्लोनिंग कैसे हुई
How China clones arctic wolf: 10 जून 2022 के दिन दुनिया का पहला क्लोन भेड़िया पैदा हुआ, साइनोजीन बायोटेक्नोलॉजी एंड हार्बिन पोलरलैंड के जनरल मैनेजर Mi Jidong ने कहा की विलुप्त हो रहे जानवरों को बचाने के लिए हम हार्बिन पोलरलैंड के साथ मिलकर 2020 से ही आर्कटिक भेड़ियों की क्लोनिंग शुरू कर दी थी. दो साल की मेहनत के बाद हमने एक क्लोन वुल्फ को जन्म दिया। यह दुनिया का पहला मामला है. क्लोनिंग तकनीक से आर्कटिक भेड़ियों की संख्या बढ़ाना हमारा मकसद है. ऐसे जीवों को संरक्षित करने और इनकी प्रजाति को बचाना जरूरी है
कंपनी के वैज्ञानिकों ने क्लोन वुल्फ का नाम माया (Maya Clone wolf) रखा है. जो 100 दिन का हो गया है और पूरी तरह से फिट है. माया को बनाने के लिए एक मादा आर्कटिक भेड़िये की स्किन से DNA लिया गया और बीगल ब्रीड की फीमेल डॉग के गर्भ में सेरोगेट किया गया. इसे पैदा करने के लिए 137 नए भूर्ण तैयार किए गए और कुटियों के गर्भ में 85 भूर्ण को ट्रांसफर किया गया जिसमे से सिर्फ एक भूर्ण ही विकसित हुआ