What Is ChatGPT: एलन मस्क का ChatGPT क्या है जो Google की जरूरत को खत्म कर देगा
What Is Chat GPT: AI रिसर्च ग्रुप OpenAI ने चैटजीपीटी लॉन्च किया है जो AI Communication पर बेस्ड है
What Is ChatGPT: Twitter हड़पने के बाद एलन मस्क (Elon Musk) गूगल की लोटिया डुबोने में लग गए हैं. मस्क की कंपनी Open AI ने एक AI Chatbot लॉन्च किया है जो Google की करने की जरूरत को खत्म कर देगा। एआई चैटबॉट का नाम ChatGPT है. जो Chatbot कम्न्यूनिकेशन पर आधारित है और ह्यूमन लैंग्वेज और इमोशन को समझकर सही जवाब दे देता है.
ChatGPT क्या है
आसान भाषा में कहें तो यह एक AI Chatbot है. AI मतलब Artificial Intelligence. यह एक बुद्धिमान रोबोट की तरह है जो अपने आप में गूगल है और एक अप्लीकेशन में समाया हुआ है. जैसे Iron Man का जार्विस था कुछ वैसा ही. वैसे तो प्ले स्टोर में कई AI Chatbot हैं मगर एलन मस्क का ChatGPT ऐसा एडवांस AI है तो काल्पनिक और मनघडंत सवालों को खुद से सोचकर जवाब देता है. ये आपको Alexa जैसे ये नहीं बोलेगा की सॉरी मुझे मालूम नहीं।
How ChatGPT Works
इसे AI मशीन लर्निंग द्वारा तैयार किया गया है. जो कम्युनिकेटर इंटरफेस के जरिये जानकारी देने और सवाल के जवाव देने के लिए तैयार किया गया है. समय के साथ-साथ बॉट अधिक से अधिक प्रश्नों को समझने के लिए स्वयं को ट्रेंड कर लेते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो कोई भी बातचीत करने वाला AI चैटबॉट अनुभव से सीखता और ट्रेंड होता है। इसी प्रकार, ChatGPT को भी कुछ शब्द नहीं, बल्कि कई लाख शब्दों और वाक्यों के लिए AI के माध्यम से ट्रेंड किया गया है। इसी ट्रेनिंग के द्वारा अब यह सभी सवालों के जवाब देने में सक्षम है।
How To Download ChatGPT
OpenAI ने अपने ChatGPT को बीटा टेस्टिंग के लिए लॉन्च कर दिया है, य हालांकि अगले साल API एक्सेस की उम्मीद जताई जा रही है. जिसके बाद सॉफ्टवेयर डेवलपर्स इस चैट बॉट को अपने सॉफ्टवेयर में इनबिल्ड करने में सक्षम होंगे। लेकिन आप अभी इसका इस्तेमाल करने के लिए , https://chat.openai.com पर जा सकते हैं.
Google Vs ChatGPT
ऐसा कहा जा रहा है कि एक वक़्त के बाद ChatGPT Google को रिप्लेस कर देगा। क्योंकि गूगल सिर्फ एक सर्च इंजन है और ChatGTP एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो खुद से निर्णय ले सकता है. जैसे वह अपनी खुद की कहानियां और गाने लिख सकता है, मैथ्स प्रॉब्लम सॉल्व कर सकता है और वो सब कर सकता है जैसे एक इंसानी दिमाग सोचता है. हालांकि AI का हूबहू इंसानी दिमांग जैसा डेवलप होने में बहुत वक़्त लगेगा