Fake News को लेकर सरकार ने सॉलिड तोड़ निकाला है, PIB जिसे फेक न्यूज़ कहेगी वो खबर कोई पढ़ ही नहीं पाएगा
PIB Fake News Rule: सरकारी एजेंसी PIB जिस न्यूज़ को Fake News कह देगी वो कोई पढ़ ही नहीं पाएगा
PIB Fake News Rule: देश में Fake News सर्कुलेट करने का कारोबार काफी तेज़ी से बढ़ रहा है. फर्जी खबरों से सरकार खुद परेशान हो गई है. लेकिन अब सरकार ने फेक न्यूज़ छापने वालों को ऐसा करने से रोकने के लिए सॉलिड तरीका खोज लिया है. और इसके लिए PIB यानी Press Information Bureau की मदद ली जाएगी।
प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेकिंग यूनिट द्वारा किसी भी खबर को फेक न्यूज़ करार देने के बाद उसे किसी भी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर न तो पोस्ट किया जा सकेगा और न ही उसे कोई देख पड़ पाएगा। मिनिस्ट्री ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने अपने एक ड्राफ्ट प्रपोजल में कहा है कि Facebook, Youtube और Twitter जैसे तमाम सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म्स और किसी ऑनलाइन न्यूज़ या कंटेंट वेबसाइट पर ऐसी कोई न्यूज़ अपडेट न करें जिसे PIB को Fake News घोषित किया है.
इसका मतलब अगर सरकरी एजेंसी PIB किसी न्यूज़ को फेक कह देगी तो उसे कोई चाहकर भी शेयर नहीं कर पाएगा न देख-पढ़ सकेगा
फेक न्यूज़ को लेकर PIB का नियम
17 जनवरी को मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट में एक ड्राफ्ट पोस्ट किया है. जिसमे 2021 के IT नियमों में बदलाव किए जाने की जानकारी है. इन बदलाव में ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफार्म के नियमों का भी जिक्र है. बताया गया है कि PIB द्वारा किसी भी खबर को फर्जी करार देने के बाद लोगों द्वारा पोस्ट किए गए वैसे किसी कंटेंट को हटाए जाने की संभावना है. इस नियम के तहत सरकार द्वारा मान्य कोई फैक्ट चेकिंग एजेंसी अगर केंद्र से जुडी किसी खबर को फेक कहती है तो उसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से ही हटा दिया जाएगा ये जिम्मेदारी उन लोगों को भी मिलेगी, जो केंद्र सरकार से जुड़ा कोई काम कर रहे हैं.
इसका मतलब अगर PIB ने कहा फेक तो फेक. और इतना ही नहीं हो सकता है कि फेक न्यूज़ घोषित होने के बाद न्यूज़ पोर्टल को सभी सोशल प्लेटफार्म से हटा दिया जाए.