जय शाह और सौरव गांगुली दोनों ही BCCI में अपने पद पर बने रहेंगे

Jay Shah Sourav Ganguly BCCI: सुप्रीम कोर्ट ने BCCI को संविधान में बदलाव करने की मंजूरी दे दी है

Update: 2022-09-14 12:07 GMT

Jay Shah Sourav Ganguly BCCI: जय शाह (Jay Shah) और सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) दोनों ही BCCI के प्रेसिडेंट और सेक्रेटरी के पद में बने रहेंगे। दोनों BCCI के पदाधिकारी अपने पदों में 6-6 साल के लिए रह सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने दोनों के लिए BCCI को अपने संविधान में संशोधन करने की इजाजत दे दी है. 

बता दें कि BCCI प्रेसिडेंट सौरव गांगुली 23 अक्टूबर 2019 में अध्यक्ष बने थे जबकि जय शाह 24 अक्टूबर 2019 को BCCI के सेक्रेटरी बने थे. दरअसल दोनों के कार्यकाल का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था जहां कोर्ट ने BCCI को संविधान में तबदीली करने की अनुमति दे दी है। इसी के साथ अब दोनों अधिकारी अपने कार्यकाल के 6 साल पूरे करने के बाद ही सेवानिवृत होंगे। 

बता दें कि 2019 में BCCI के पदाधिकारियों का चुनाव हुआ था, जिसमे सौरव गांगुली अध्‍यक्ष, जय शाह सचिव, अरुण धूमल कोषाध्‍यक्ष और जयेश जॉर्ज संयुक्‍त सचिव चुने गए थे। लेकिन इस इलेक्शन के बाद ही BCCI ने कूलिंग ऑफ़ पीरियड को लेकर लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवजा खटखटाया था. 

कूलिंग ऑफ़ पीरियड क्या है 

लोढ़ा कमेटी के शिफारिशों के अनुसार 2018 में लागू हुए BCCI के संविधान के मुताबिक अगर किसी पदाधिकारी 6 साल तक लगातार दो बार उसी पद में रहता है तो उसे 3 साल के लिए कूलिंग ऑफ़ पीरियड में जाना होता है. पदाधिकारी लगातार 6 साल स्टेट बॉडी या BCCI में रहा हो या दोनों जगह मिलाकर 6 साल के लिए रहा हो, तब भी उसे 3 साल का गैप लेना पड़ता है. 6 साल का पीरियड पूरा करने के बाद वो पदाधिकारी दोबारा चुनाव नहीं लड़ सकता। 

BCCI का कहना है कि कूलिंग ऑफ़ पीरियड किसी मेंबर के एक ही स्थान पर लगातार 6 साल तक पद संभालने के बाद होना चाहिए, ना कि स्टेट फेडरेशन या BCCI या फिर दोनों को मिलाकर। मौजूदा संविधान के अनुसार अगर कोई मेंबर राज्य संघ या BCCI में या फिर दोनों को मिलाकर 6 साल पूरे करता है  तो उसे कूलिंग ऑफ़ पीरियड में जाना होता है 

दरअसल सौरव गांगुली और जय शाह के इस हिसाब से 6 साल पूरे हो गए थे. गांगुली 2014 में बंगाल क्रिकेट फेडरशन के सचिव थे और 2015 में वह प्रेसिडेंट बन गए थे, इसके बाद 2019 में वह दोबारा BCCI के प्रेसिडेंट बन गए और तब से वही अध्यक्ष हैं 

इसी तरह जय शाह 2014 में गुजरात क्रिकेट संघ के सचिव थे और 2019 तक वह गुजरात क्रिकेट फेडरेशन से जुड़े थे. इसके बाद वह BCCI के सेक्रेटरी बने थे 

कोर्ट ने कह दिया है कि 6 साल वाले नियम पर BCCI चाहे तो संशोधन कर सकता है. इसी के साथ अब सौरव गांगुली 22 अक्टूबर 2024 और जय शाह 23 अक्टूबर 2024 तक अपने पद में बने रह सकते हैं. 



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