SATNA में LOCKDOWN खोलने की तैयारी, इस तरह विचार विमर्श शुरू
SATNA में LOCKDOWN खोलने की तैयारी, इस तरह विचार विमर्श शुरू SATNA। CORNAVIRUS के बढ़ते संक्रमण व 21 दिन के ऐतिहासिक LOCKDOWN
SATNA में LOCKDOWN खोलने की तैयारी, इस तरह विचार विमर्श शुरू
SATNA। CORNAVIRUS के बढ़ते संक्रमण व 21 दिन के ऐतिहासिक LOCKDOWN को लेकर गंभीरता पूर्वक विचार विमर्श शुरू हो गया है। LOCKDWON आगे बढ़ाया जाय अथवा समाप्त किया जाए, इसे लेकर केन्द्र सरकार के मंत्री सीनियर IAS अफसरों से व्यक्तिगत तौर परामर्श ले रहे हैं। विंध्य के आइएएस से भी सुझाव लिए गए हंै।
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अब तक सामने आई जानकारी के अनुसार ज्यादातर IAS अफसरों की राय यह है कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के रहने तक LOCKDWON वापस लेना एक तरह से 21 दिन की कवायद पर पानी फेरना साबित हो सकता है।
अगर अत्यावश्यक होता भी है तो उन जिलों में जहां अब तक एक भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला, उनमें जिले की सीमा के अंदर (इंट्रा डिस्ट्रिक्ट) LOCKDWON में सशर्त छूट दी जा सकती है, लेकिन दो जिलों के बीच (इंटर डिस्ट्रिक्ट) छूट देना समयानुकूल नहीं होगा।
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कुछ अफसरों के यह भी सुझाव है कि उन दो जिलों के बीच भी LOCKDWON की छूट दी जा सकती है, जिनके यहां कोरोना संक्रमित मरीज नहीं पाया गया। लेकिन इन सुझावों के बीच भी यह आशंका जताई जा रही है कि जिन जिलों में संक्रमित केस नहीं मिले, उसमें यह गारंटी नहीं है कि वहां कोई संक्रमित नहीं है, क्योंकि कोरोना टेस्टिंग की संख्या काफी कम है। लिहाजा इस संबंध में काफी संभल कर निर्णय लेना होगा।
जनमत में एक राय नहीं
उधर जिले में लोगों से बातचीत के बाद जो निष्कर्ष निकल कर सामने आया है। उसमें भी एक राय नहीं है। कोराबारी समूह LOCKDWON हटाने या छूट प्रदान करने के पक्ष में दिख रहा है तो नौकरी पेशा, युवा, पेशेवर, चिकित्सक, महिला सहित प्रबुद्ध वर्ग इसे खत्म करने के पक्ष में नहीं है।
ज्यादातर की राय है कि जब तक कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाती है, LOCKDWON जारी रखना चाहिए। क्योंकि यह तो उसी की शुरुआत होगी, जिस तरह से कोरोना फैला था। संक्रमित व्यक्तियों के मौजूद होने पर अगर LOCKDWON खोला तो यह फिर से फैलना शुरू कर देगा।