रीवा में संपन्न हुई जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित सोशल मीडिया कार्यशाला, अपर संचालक ने सोशल मीडिया को आम जनता और शासन के बीच एक मजबूत कड़ी बताया
रीवा में आयोजित एक कार्यशाला में अपर संचालक जनसंपर्क ने बताया कि सोशल मीडिया आम जनता और सरकार के बीच एक मजबूत कड़ी का काम करता है। उन्होंने सोशल मीडिया का प्रभावी उपयोग करने के लिए कई सुझाव दिए।
मध्य प्रदेश के रीवा में मंगलवार को rआयोजित सोशल मीडिया कार्यशाला में जनसंपर्क विभाग के अपर संचालक संजय जैन ने सोशल मीडिया को आम जनता और शासन के बीच एक मजबूत कड़ी बताया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी बात आसानी से सरकार तक पहुंचा सकता है और साथ ही सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकता है।
श्री जैन ने इस बात पर जोर दिया कि सोशल मीडिया के माध्यम से लोग घर बैठे देश-विदेश की जानकारी और शासन की योजनाओं से अवगत हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का लाभकारी उपयोग करते हुए वैधानिकता का ध्यान रखना आवश्यक है, ताकि कोई भी जानकारी समाज या शासन को हानि न पहुंचाए।
कार्यशाला में जनसम्पर्क उप संचालक, भोपाल सुनील वर्मा ने बताया कि सोशल मीडिया का उपयोग न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए बल्कि समाज के विकास के लिए भी किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि सोशल मीडिया का उपयोग करते समय हमें सावधान रहना चाहिए और झूठी खबरों को फैलने से रोकना चाहिए। श्री वर्मा ने कहा, कार्यशाला का उद्देश्य सोशल मीडिया के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को सोशल मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग करना सिखाना है।
इस कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी गई। सर्वेश पंचोली ने सोशल मीडिया के प्लेटफार्म्स, डिजिटल इनफ्लुएंसर बनने की संभावनाओं, फॉलोअर्स बढ़ाने की रणनीतियों और कंटेंट प्लानिंग के बारे में जानकारी दी।
शुभम वर्मा ने सोशल मीडिया नियम, कॉपीराइट, प्राइवेसी गाइडलाइन्स और प्रमोशन के आवश्यक नियमों पर प्रकाश डाला। जबकि सतीश कुशवाह ने कंटेंट निर्माण और विभिन्न फॉर्मेट्स जैसे रील्स, शॉर्ट्स, और स्टोरीज के उपयोग के बारे में बताया। इरशाद अहमद जैदी ने वीडियो एडिटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग और स्क्रिप्ट राइटिंग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
कार्यशाला में इन विषयों पर चर्चा की गई
- सोशल मीडिया का परिचय और संभावनाएं: सोशल मीडिया क्या है, इसके विभिन्न प्लेटफॉर्म और इनका उपयोग कैसे किया जा सकता है।
- डिजिटल इनफ्लुएंसर: डिजिटल इनफ्लुएंसर कैसे बनें और सोशल मीडिया पर अपनी पहुंच कैसे बढ़ाएं।
- कंटेंट क्रिएशन: आकर्षक कंटेंट कैसे बनाएं, जैसे कि रील्स, शॉर्ट्स और स्टोरीज।
- वीडियो एडिटिंग और ग्राफिक डिजाइनिंग: वीडियो और ग्राफिक्स का उपयोग करके कंटेंट को और अधिक आकर्षक कैसे बनाया जाए।
- सोशल मीडिया नियम और शर्तें: सोशल मीडिया का उपयोग करते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए।
इस अवसर पर संभागीय जनसंपर्क अधिकारी उमेश चंद्र तिवारी, डॉ. शिव प्रसन्न शुक्ला, राजेश सिंह, मुकेश मिश्रा, रवि उईके, समर्थ श्रीवास्तव सहित संभाग के समस्त जिलों से आए सोशल मीडिया हैंडलर, इनफ्लुएंसर और मध्यप्रदेश सोशल मीडिया सहायक मौजूद थे।