REWA: संजय गाँधी अस्पताल की घोर लापरवाही, सुबह किया डिस्चार्ज, शाम को रिपोर्ट आई पॉजिटिव, रीवा में भय का माहौल
REWA । संजय गांधी अस्पताल की बड़ी लापरवाही से पूरा मोहल्ला सीज हो गया। सफाई कर्मचारी कोविड सेंटर में वारेंटाइन था। उसकी रिपोर्ट डॉटरों ने पहले निगेटिव बताई और घर भेज दिया। शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई और पुलिस मोहल्ले से उसे लाकर वारेंटाइन कर दी। इस भनक लगते ही एसजीएमएच के सफाई कर्मचारियों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने घर जाने की जगह कोविड सेंटर बनाकर वहीं रखने की मांग की। मांग पूरी न होने तक काम बंद करने का एलान कर दिया। बाद में समझाइश से शांत हुए।
मिली जानकारी के अनुसार संजय गांधी अस्पताल में कोविड सेंटर में साफ सफाई करने वाले, डॉटर, स्टाफ नर्स आदि को क्वारेंटाइन किया जाता है। टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें घर जाने दिया जाता है। कोविड सेंटर में ही काम करने वाले एक सफाईकर्मी को भी वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। उसकी जांच रिपोर्ट डॉटरों ने शनिवार सुबह निगेटिव बताई। उसे वार्ड से स्वागत कर घर भेज दिया गया। रात में दोबारा उसकी रिपोर्ट आई तो पॉजिटिव निकल गया। इसके बाद सुबह उसके मोहल्ला धोबिया टंकी में पुलिस और प्रशासन उसे लेने पहुंच गई।
युवक को ले जाकर कोविड सेंटर में रख दिया गया है। सुबह जब संजय गांधी अस्पताल के सफाई कर्मचारियों को इसकी भनक लगी तो परिवार और खुद की सुरक्षा को लेकर सफाई ठेकेदार और अस्पताल प्रबंधन से अलग सेंटर बनाने की मांग करने लगे। ठेकेदार ने हाथ खड़े कर दिया तो सभी सफाई कर्मी काम बंद कर बाहर निकल आए। इसकी भनक जब संजय गांधी अस्पताल प्रबंधन को हुई तो सफाई कर्मचारियों से बात करने पहुंचे। डॉ नरेश बजाज ने सभी की समस्याएं सुनी और आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि दो से तीन दिनों में व्यवस्था बना ली जाएगी। इस आश्वासन के बाद साी कर्मचारी काम पर लौट गए।
कोविड रिपोर्ट जारी करने में लापरवाही बरती जा रही है। ऐसा ही एक मामला शुरुआत में डॉ राजेश सिंहल की बेटी के मामले में भी सामने आ चुका है। पहले निगेटिव बताकर डिस्चार्ज कर दिया गया था। घर पहुंचने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। इस मर्तबा सफाई कर्मचारी के साथ ऐसा किया गया। सफाई कर्मचारी परिवार वालों से मिलने के अलावा मोहल्ले भर में घूम आया।
यह थी मांग
सफाई कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें अलग से रहने और काम करने की अस्थाई जगह दी जाए। ऐसे ही यदि सफाई कर्मचारी पॉजिटिव आएंगे तो मोहल्ले से निकलकर काम करना मुश्किल हो जाएगा। सभी एक ही जगह के हैं। कन्टेनमेंट जोन बनाए जाने के बाद वहां से बाहर नहीं आने दिया जाएगा। सफाई कर्मचारियों को अलग सेंटर बनाकर रखा जाए और वहीं से काम कराया जाए। नाश्ता, खाना की भी व्यवस्था की जाए।[signoff]