रीवा: अग्रवाल नर्सिंग होम के संचालक सहित चार पर एफआईआर, जानिए क्यों हुआ ऐसा

उल्लेखनीय है कि जिले के पूर्व कलेक्टर इलैयाराजा टी ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए टीएल नंबर 679458 एलाट कर तत्कालीन सीएमएचओ से पूरे मामले की जांच कराई थी।

Update: 2022-05-21 10:48 GMT

रीवा: एक साल पूर्व प्रसूता की मौत के मामले में प्रबंधन की लापरवाही सामने आने पर विवि पुलिस द्वारा चार लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस ने जिन चार लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है उसमें नर्सिंग होम के संचालक डॉ. अरूण अग्रवाल, डॉ. निशा अग्रवाल, डॉ. ईशान अग्रवाल और मैनेजर राघवेन्द्र शुक्ला शामिल है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 336, 304 एक के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। उल्लेखनीय है कि जिले के पूर्व कलेक्टर इलैयाराजा टी ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए टीएल नंबर 679458 एलाट कर तत्कालीन सीएमएचओ से पूरे मामले की जांच कराई थी। संयुक्त टीम द्वारा जांच प्रतिवेदन पर एसपी को एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था। एसपी की गोपनीय जांच में भी अग्रवाल नर्सिंग होम द्वारा घोर लापरवाही मिली थी।

क्या है मामला

बैकुण्ठपुर थाना अंतर्गत माडौ निवासी प्रशांत सिंह अपनी पत्नी विद्या सिंह का इलाज नर्सिंग होम में करा रहे थे। 245 अक्टूबर 2020 को विद्या सिंह को नर्सिंग होम में भर्ती किया गया। तब तक वह स्वस्थ्य थी। रात के करीब 1.42 बजे विद्या सिंह ने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन 3.30 बजे तक चिकित्सकों द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई। एक घंटे बाद पूछने पर कहा गया कि पत्नी की हालत बिगड़ गई है।

चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप

इस मामले में महिला के पति प्रशांत ने बताया कि धोखे में रख कर हमें आधी रात को बताया गया कि पत्नी की तबियत ठीक नहीं है। उसे एसजीएमएच ले जाओ। लेकिन नर्सिंग होम द्वारा एंबुलेंस की भी व्यवस्था नहीं कराई गई। इलाज के कागजात तक नहीं दिए गए। किसी तरह पत्नी को कार में लेटाकर एसजीएमएच पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने नब्ज टटोलते ही पत्नी को मृत घोषित कर दिया। पति के अनुसार नर्सिंग होम के चिकित्सकों की लापरवाही से पत्नी की जान चली गई।

टीम ने की थी जांच

इस मामले में जिले के पूर्व कलेक्टर इलैयाराजा टी ने टीएल नंबर एलाट कर एडीएम इला तिवारी के नेतृत्व में टीम बनाई थी। टीम में तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. एमएल गुप्ता, डीएचओ डॉ. एनएन मिश्रा, डॉ. प्रतिभा मिश्रा गायनकोलॉजिस्ट जिला अस्पताल रीवा, डॉ. अनुराधा मिश्रा सहायक प्राध्यापक जीएमएच, सीएसपी एसएन प्रसाद, नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला को शामिल किया गया था। टीम द्वारा नर्सिंग होम जांच की थी।

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