SGMH में मरीजों की दुर्गति देख भड़के रीवा कलेक्टर, डीन को खूब फटकार लगाई, 4 घंटे तक OPD में मौजूद रहें
संजय गांधी अस्पताल (SGMH) की व्यवस्था सुधारने कलेक्टर ने खुद मोर्चा सम्हाल लिया है। सुबह अचानक कलेक्टर निरीक्षण पर पहुंच गए।
रीवा। संजय गांधी अस्पताल, रीवा (SGMH Rewa) की व्यवस्था सुधारने कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी (Collector Rewa Dr. Ilayaraja T) ने खुद मोर्चा सम्हाल लिया है। गुरुवार की सुबह अचानक कलेक्टर निरीक्षण पर पहुंच गए। चार घंटे ओपीडी में रहे। इस दौरान मरीजों की दुर्गति देकर कलेक्टर की आंखे फटी रह गई। डीन को कलेक्टर ने जमकर फटकार लगाई। लंबी लाइन में खड़े मरीजों को देखकर कलेक्टर ने कहा कि यह आपके भगवान हैं। पर्ची से लेकर दवा तक के लिए लाइन में खड़े मरीज बिना इलाज के ही मर जाएंगे। कलेक्टर के निरीक्षण से हड़कंप मचा रहा।
ज्ञात हो कि अधीक्षक संजय गांधी अस्पताल अचानक अवकाश पर चले गए हैं। वह कॉलेज प्रबंधन और डॉक्टरों की ड्यूटी के प्रति लापरवाही से खपा थे ओपीडी में ड्यूटी करने वाले डाक्टर और स्टाफ समय पर नहीं पहुंच रहे थे। कार्रवाई करने पर काउंटर किया जा रहा था। इसी वजह से अधीक्षक पद ही छोड़कर चले गए।
अधीक्षक के इस कदम उठाए जाने से नाराज कलेक्टर ने एसजीएमएच को पटरी पर लाने की ठान ली है। उन्होंने अस्पताल की अव्यवस्था को सुधारने के लिए गुरुवार से ही मोर्चा सम्हाल लिया। कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी सुबह 9.30 बजे की अस्पताल पहुंच गए। वह सीधे ओपीडी पहुंचे। यहां सुबह 9.30 बजे से 1.30 बजे तक रहे। चार घंटे तक वह सिर्फ - मरीजों की समस्या और उनके इलाज में बरती जा रही लापरवाहियों को ही टारगेट किए। विभागों की हालत देखी। डॉक्टरों के समय पर ओपीडी में नहीं पहुंचने पर नाराजगी जताई। इस दौरान डीन डॉ मनोज इंदूलकर कलेक्टर के साथ मौजूद रहे। उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई।
अव्यवस्था देख भड़के
कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ओपीडी में पहुंचे तो वहां पर्ची काउंटर में मरीजों की लंबी लाइन लगी हुई थी। यही हालात दवा काउंटर पर भी था। कई मीटर लंबी लाइन में मरीज खड़े थे। उन्हें देखकर कलेक्टर की आंख भी फटी रह गई। मरीजों की दुर्गति देख उनसे रहा नहीं गया।
कलेक्टर ने कहा कि ऐसे में तो मरीज इलाज पाने के पहले ही मर जाएगा। पर्ची काउंटर में ही उसका दम निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि मरीज आपके भगवान हैं, कम से कम उन्हें तो यह कष्ट मत दो। इसके अलावा ओपीडी में डॉक्टरों को रिपार्ट दिखाने वालों की भी लंबी लाइन लगी थी। इस पर भी उन्होंने नाराजगी जताई। कहा कि कंसल्टेंट की भी प्रापर व्यवस्था नहीं है। आप लोग कर क्या रहे हैं।
गायनी, मेडिसिन की अव्यवस्था पर भड़के
कलेक्टर ने चार घंटे सिर्फ ओपीडी में ही व्यतीत किया। इस दौरान उन्होंने हर सेक्शन में पहुंच कर डॉक्टरों की मौजूदगी देखी मेडिसिन और गायनी विभाग में लापरवाही नजर आई गायनी सेक्शन का शौचालय काफी गंदा मिला। जगह जगह दीवार पर पीक मिली। दीवारों पर सिर्फ गुटका के निशान है। इस पर भी उन्होंने नाराजगी जताई। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान मैटेन उनके साथ थे। कलेक्टर ने कहा कि नसों की जिम्मेदारी वार्ड प्रभारी तय करें। इसके अलावा निरीक्षण के दौरान कोई भी कर्मचारी और डॉक्टर ड्रेस में नहीं मिले। इस पर भी उन्होंने डीन को कड़ी फटकार लगाई।
बुजुर्ग ने भी कर दी शिकायत
कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान ओपीडी की पर्ची कटवाने के लिए एक होटल संचालक भी लाइन में लगा हुआ था। काउंटर में बुजुर्ग को सीनियर सिटिजन के लिए लौटा दिया। पर्ची नहीं काटी गई। इस अव्यवस्था से नाराज बुजुर्ग ने भी कलेक्टर से शिकायत कर दी। इस पर भी कलेक्टर ने नाराजगी जताई।
कई विभागों में डॉक्टर ही नहीं मिले
कलेक्टर के निरीक्षण में डॉक्टरों की मनमानी साफ नजर आई। विभागों में डॉक्टर ही न हीं मिले। ओपीडी सिर्फ जूनियर डॉक्टरों के भरोसे ही चल रही थी। सीनियर की रोस्टर ड्यूटी लगी थे लेकिन वह नजर नहीं आ रहे थे। मेडिसिन, गायनी विभाग के डॉक्टरों की लापरवाही पर कलेक्टर ने जरूर नाराजगी जताई। इसके अलावा शिशु रोग विभाग में भी अव्यवस्थाएं मिलीं।