Super Cop In MP: मिलिए रीवा की तेज तर्रार CSP Shivali Chaturvedi से, जानिए कैसा रहा गांव की गलियों से निकलकर पुलिस अफसर बनने का सफर
Rewa CSP Shivali Chaturvedi Biography: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में नगर पुलिस अधीक्षक की कमान शिवाली चतुर्वेदी के हाथों में है। अपने पदों का दायित्व वह बखूबी ईमानदारी और लगन के साथ निभा रही हैं।
Rewa CSP Shivali Charuvedi Biography: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में नगर पुलिस अधीक्षक की कमान शिवाली चतुर्वेदी के हाथों में है। अपने पद का दायित्व वह बखूबी ईमानदारी और लगन के साथ निभा रही हैं। इन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर MPPSC की परीक्षा पास की। जो अब रीवा में CSP के पद पर पदस्थ हैं। शिवाली बचपन से ही मेधावी छात्रा रही हैं। इन्होंने कॉलेज के अंतिम वर्ष में ही CHSL एग्जाम उत्तीर्ण कर लिया और Income Tax Officer बन गई थीं। किंतु इनकी समाजसेवा की ललक ने इन्हें सीएसपी बना दिया। शिवाली समाज से जुड़कर कुछ करना चाहती थीं, यही वजह थी कि इन्होंने MPPSC करने का निर्णय लिया। अपने पहले ही प्रयास में इन्होंने एमपीपीएसी क्वालिफाई कर लिया और डीएसपी पद पर पदस्थ हुईं। अब आज रीवा सीएसपी के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही हैं।
शिवाली चतुर्वेदी की शिक्षा
वर्तमान समय पर रीवा में सीएसपी के पद पर पदस्थ शिवाली चतुर्वेदी की प्रारंभिक शिक्षा गांव से हुई। शिवाली का कहना है कि उनके पैरेंट्स टीचर थे। उनकी पोस्टिंग गांव में थी। यही वजह रही कि उन्होंने गांव से ही प्रारंभिक शिक्षा हासिल की। इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा मध्यप्रदेश के छतरपुर से प्राप्त की। छतरपुर के महाराजा कॉलेज में वह फाइनल ईयर में थीं तभी उनका एसएससी में सिलेक्शन हो गया।
शिवाली चतुर्वेदी का कहना है कि एसएससी में सिलेक्शन होने के बाद उनका ऐसा मानना था कि वह पब्लिक के लिए कुछ करना चाहती हैं। पब्लिक से सीधे जुड़ाव उनका तभी हो सकता है जब वह सिविल सर्विस में जाएं। शिवाली का कहना है कि जिले के कलेक्टर, एसपी, सीएसपी, एसडीएम को जब वह देखती थीं तो उनकी कार्यशैली उनको काफी प्रभावित करती। पब्लिक सेवा करने के लिए उन्होंने सिविल सर्विसेज करने की ठान ली। जिसके बाद उन्होंने एमपीपीएससी की तैयारी प्रारंभ की।
एमपीपीएससी के लिए की कड़ी मेहनत
पब्लिक के लिए कुछ करने की चाहत ने एमपीपीएससी की ओर शिवाली का रुझान बढ़ा। पीएससी एग्जाम में उनका सीजीए काफी अच्छा था जो बिना कोचिंग के ही निकल गया। इसके बाद उन्होंने मेंस के लिए तैयारी की। दो से तीन महीने उन्होंने कड़ी मेहनत की। इस दौरान वह आठ से नौ घंटे तैयारी के लिए समय देती थीं। जिसके बाद उन्होंने मेंस भी निकाल लिया।
शिवाली चतुर्वेदी के सफलता की कहानी
सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी का मानना है कि कड़ी मेहनत और लगन से सबकुछ हासिल किया जा सकता है। किसी भी क्षेत्र में सफल होने के लिए जी-जान से जुट जाना चाहिए, तभी सफलता कदम चूमेगी। उनका कहना है कि पढ़ाई के लिए कोचिंग में भी उतनी ही तैयारी करनी पड़ती है जितनी की घर पर। एमपीपीएससी में सफल होने के लिए उन्होंने लगातार स्टडी और मेहनत की। लगातार रिवीजन करती रहीं जिसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने सफलता हासिल कर ली।
घर में पढ़ने से बढ़ता है सेल्फ कांफिडेंस
शिवाली चतुर्वेदी का कहना है कि बगैर कोचिंग अपने से किसी एग्जाम की तैयारी करने से सेल्फ कांफिडेंस बढ़ता है। कोचिंग के दौरान भी उतनी ही मेहनत करनी पड़ती है जितनी सेल्फ स्टडी में लगती है। उनका कहना है कि एमपीपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए हिस्ट्री, जियाग्राफी रिफरेंस बुक पढ़नी चाहिए। इसके साथ ही नोट्स तैयार करनी चाहिए। वहीं करेंट अफेयर्स भी बनाना चाहिए। तभी इसमें सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने एमपीपीएसी के लिए घर पर ही रहकर तैयारी की जिसके बाद उन्हें सफलता मिल गई।
परिवार का मिला सपोर्ट
जहां चाह, वहां राह होती है ऐसा शिवाली चतुर्वेदी का मानना है। उनका कहना है कि अक्सर लोगों का यह मानना रहता है कि महिला है कहीं आ-जा नहीं सकती। खासतौर पर रात के समय उन पर आने-जाने में पाबंदी लगा जाती है। किंतु उनके साथ ऐसा कभी नहीं हुआ। रात हो या दिन वह हर समय अपनी प्रोफेशनल लाइफ में तैयार रहती हैं। उनको फैमिली का भी काफी सपोर्ट मिला। ऑफिस में कामकाज के साथ ही पारिवारिक दायित्वों का भी निर्वहन वह बखूबी कर रही हैं। उनका मानना है कि सिविल सर्विसेज में जाएं, पुलिस अधिकारी बन जाएं किंतु फिर भी परिवार के लिए वक्त निकालना पड़ता है। फैमिली सपोर्ट से ही उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया।