Gurh Gang Rape Case: रीवा में इस दीपावली पर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, गुढ़ गैंगरेप घटना के विरोध में नहीं मनाएगी त्योहार
रीवा के गुढ़ में गैंगरेप की घटना के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने दीपावली नहीं मनाने का निर्णय लिया है। जिला कांग्रेस 28 अक्टूबर से धरना और सत्याग्रह के माध्यम से न्याय की मांग करेगी और 3 नवंबर को रीवा बंद का आयोजन करेगी।
रीवा, मध्य प्रदेश – हाल ही में रीवा जिले के गुढ़ क्षेत्र में हुई गैंगरेप की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। घटना के बाद से कांग्रेस पार्टी इस मामले पर आक्रोशित है और सरकार तथा प्रशासन के खिलाफ विरोध की आवाज़ बुलंद कर रही है। इस घटना के विरोध में रीवा जिला कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि इस बार दीपावली का पर्व नहीं मनाया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी ने 28 अक्टूबर से बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन, सत्याग्रह और जनजागरण अभियान चलाने की घोषणा की है, जो कि 3 नवंबर तक चलेगा।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने स्पष्ट किया कि पार्टी इस दुखद घटना के बाद प्रशासन को जवाबदेह बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि रीवा कांग्रेस इस बार दीपावली का त्यौहार नहीं मनाएगी और इसकी शुरुआत सिरमौर चौराहा स्थित राजीव गांधी प्रतिमा के पास धरना और सत्याग्रह से होगी।
29 अक्टूबर को जिले के सभी ब्लॉक स्तर पर जनजागरण अभियान चलाया जाएगा, जिसमें स्थानीय जनता को भी शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, 30 अक्टूबर को महिला कांग्रेस और NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के सहयोग से मशाल जुलूस निकाला जाएगा, जो महिलाओं की सुरक्षा और न्याय की मांग को मजबूत करेगा।
31 अक्टूबर से 2 नवंबर तक रीवा में जगह-जगह धरने आयोजित किए जाएंगे और 3 नवंबर को पूरे रीवा जिले में बंद का आयोजन कर प्रशासन को जवाबदेह ठहराने का प्रयास किया जाएगा। राजेंद्र शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के प्रति असंवेदनशील रवैया और बढ़ते नशे के चलन पर रोक लगाने की मांग को प्रमुखता से उठाया जाएगा। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहा है, जबकि जनता उनके न्याय और सम्मान की मांग कर रही है।
7 दिन पहले घटित हुई थी घटना
गुढ़ में 21 अक्टूबर को हुई इस घटना में एक महिला को 8 आरोपियों ने नशे की हालत में बंदी बनाकर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने घटना के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इस घटना ने रीवा जिले में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।