Rewa के पूर्व संभागीय संगठन मंत्री भगवत शरण माथुर का निधन

रीवा (Rewa News): भाजपा के पूर्व रीवा संभागीय संगठन मंत्री भगवत शरण माथुर का मंगलवार को भोपाल में निधन हो गया।

Update: 2021-12-15 09:28 GMT

रीवा (Rewa News): भाजपा के पूर्व रीवा संभागीय संगठन मंत्री भगवत शरण माथुर का मंगलवार को भोपाल में निधन हो गया। श्री माथुर का कुछ समय से स्वास्थ्य अच्छा नहीं चल रहा था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न संगठन पदों पर रहते हुए सफलता पूर्वक दायित्व का निर्वहन किया है। उनकी संगठनात्मक क्षमता के लोग कायल थे। इसके अलावा श्री माथुर श्री नर्मदे हर सेवा न्यास अमरकंट के अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्टीय संगठक एवं भारतीय पार्टी के पूर्व प्रदेश सह संगठन मंत्री का दायित्व निर्वहन कर चुके हैं।

मूर्धन्य व्यक्तियों के साथ काम करने का रहा अनुभव

आपको बता दें कि भगवत शरण माथुर का जन्म 13 अप्रैल 1951 को ग्राम तलेन जिला राजगढ़ मध्यप्रदेश में हुआ था। श्री माथुर 1975 में राष्टीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक बने। जहां उन्होंने बालासाहेब देवरस, सुदर्शनजी, बाबा साहेब नातू, कुशाभाऊ ठाकरे जैसे मूर्धन्य व्याक्तियों के साथ कार्य किया। वे उज्जैन, शाजापुर, रतलाम जिलों में जिला प्रचारक रहे। श्री माथुर 1994 से भारतीय जनता पार्टी में कार्य शुरू किया। वह मध्यप्रदेश भाजपा के सहसंगठन महामंत्री तथा हरियाणा में संगठन मंत्री रहे। आपातकाल के दौरान उन्होंने 19 महीने का कारावास हुआ था।

विंध्य में शोक

भगवतशरण माथुर के निधन का समाचार मिलते ही समूचे विंध्य में शोक की लहर दौड़ गई। रीवा में संभागीय संगठन मंत्री रहते समूचे विंध्य में भाजपा का परचम लहराया था। जो फिर निरंतर चलता रहा। उनके निघन से भारतीय जनता पार्टी को अपूर्णनीय क्षति हुई है। विंध्य में भाजपा को स्थापित करने का श्रेय श्री माथुर को जाता है। प्रदेश में जब कांगे्रस का शासन था और उस हर जगह कांग्रेस काफी मजबूत थी श्री माथुर भाजपा को स्थापित करने का निरंतर प्रयास करते रहे और एक दिन उन्होंने पूरे विंध्य भाजपा का झंडा लहरा दिया।

रीवा के पूर्व संभागीय संगठन मंत्री भगवत शरण माथुर का निधन

रीवा। भाजपा के पूर्व रीवा संभागीय संगठन मंत्री भगवत शरण माथुर का मंगलवार को भोपाल में निधन हो गया। श्री माथुर का कुछ समय से स्वास्थ्य अच्छा नहीं चल रहा था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न संगठन पदों पर रहते हुए सफलता पूर्वक दायित्व का निर्वहन किया है। उनकी संगठनात्मक क्षमता के लोग कायल थे। इसके अलावा श्री माथुर श्री नर्मदे हर सेवा न्यास अमरकंट के अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्टीय संगठक एवं भारतीय पार्टी के पूर्व प्रदेश सह संगठन मंत्री का दायित्व निर्वहन कर चुके हैं।

मूर्धन्य व्यक्तियों के साथ काम करने का रहा अनुभव

आपको बता दें कि भगवत शरण माथुर का जन्म 13 अप्रैल 1951 को ग्राम तलेन जिला राजगढ़ मध्यप्रदेश में हुआ था। श्री माथुर 1975 में राष्टीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक बने। जहां उन्होंने बालासाहेब देवरस, सुदर्शनजी, बाबा साहेब नातू, कुशाभाऊ ठाकरे जैसे मूर्धन्य व्याक्तियों के साथ कार्य किया। वे उज्जैन, शाजापुर, रतलाम जिलों में जिला प्रचारक रहे। श्री माथुर 1994 से भारतीय जनता पार्टी में कार्य शुरू किया। वह मध्यप्रदेश भाजपा के सहसंगठन महामंत्री तथा हरियाणा में संगठन मंत्री रहे। आपातकाल के दौरान उन्होंने 19 महीने का कारावास हुआ था।

विंध्य में शोक

भगवतशरण माथुर के निधन का समाचार मिलते ही समूचे विंध्य में शोक की लहर दौड़ गई। रीवा में संभागीय संगठन मंत्री रहते समूचे विंध्य में भाजपा का परचम लहराया था। जो फिर निरंतर चलता रहा। उनके निघन से भारतीय जनता पार्टी को अपूर्णनीय क्षति हुई है। विंध्य में भाजपा को स्थापित करने का श्रेय श्री माथुर को जाता है। प्रदेश में जब कांगे्रस का शासन था और उस हर जगह कांग्रेस काफी मजबूत थी श्री माथुर भाजपा को स्थापित करने का निरंतर प्रयास करते रहे और एक दिन उन्होंने पूरे विंध्य भाजपा का झंडा लहरा दिया।

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