एक्शन में आए उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल: इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और रीवा सहित कई जिलों में चिकित्सा, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल महाविद्यालय में स्टाफ को लेकर दिए निर्देश
उप मुख्यमंत्री ने चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा की
उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएँ सुदृढ़ करने के लिए कुशल चिकित्सकीय एवं सहायक चिकित्सकीय स्टाफ तैयार करना और उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए चिकित्सकीय, नर्सिंग और पैरामेडिकल विश्वविद्यालयों का सुचारू संचालन, अधोसंरचना सुदृढ़ीकरण एवं पर्याप्त शैक्षणिक और सहायक स्टाफ़ की उपलब्धता अनिवार्य है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने आज मंत्रालय वल्लभ भवन में चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा की।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने बैठक में प्रदेश में संचालित 14 मेडिकल कॉलेज के संचालन, केंद्र द्वारा पोषित 6 मेडिकल कॉलेज के निर्माण, राज्य द्वारा पोषित 4 और प्रस्तावित 12 मेडिकल कॉलेज के निर्माण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने महाविद्यालयों में रिक्त पदों की पूर्ति हेतु आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उप मुख्यमंत्री ने संचालित कॉलेजों में यूजी और पीजी कोर्स में सीटों की वृद्धि हेतु अधोसंरचना विकास और औपचारिकताओं की कॉलेज वार समीक्षा की एवं शीघ्र पूर्ति के निर्देश दिये ताकि सीट वृद्धि का कार्य जल्दी किया जा सके।
उप मुख्यमंत्री ने महाविद्यालयों में वित्तीय शक्तियों के प्रत्योयाजन के निर्देश दिये ताकि महाविद्यालय स्तर में हितलाभ एवं प्रोत्साहन राशि वितरण कार्य सुचारू एवं तेज गति से किए जा सके। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश अनुसार प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और रीवा, स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस फॉर आई इंदौर तथा स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस इन पल्मोनरी डिजीस जबलपुर में रिक्त पदों की पूर्ति हेतु निर्देशित किया।
उप मुख्यमंत्री ने नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज की अद्यतन स्थिति की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि नर्सिंग कॉलेज के साथ हॉस्टल निर्माण का कार्य भी किया जाये। पुराने कॉलेज एवं जर्जर हो चुके भवनों के सुधार कार्य हेतु भी व्यवस्थाएँ की जायें। उप मुख्यमंत्री ने केंद्र से समन्वय हेतु विषयों की जानकारी प्राप्त की ताकि ऐसे विषयों का शीघ्र निराकरण किया जा सके।
उप मुख्यमंत्री ने विभाग के अधीन परिषदों मध्यप्रदेश नर्सिंग रजिस्ट्रेशन परिषद, मध्यप्रदेश पैरामेडिकल परिषद, मध्यप्रदेश चिकित्सा परिषद के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने हिन्दी में एमबीबीएस कोर्स संचालन की समीक्षा के दौरान आगामी वर्षों के कोर्स हिन्दी भाषा में मुहैया कराने के कार्य की प्रगति की समीक्षा की। यह बताया गया कि हिन्दी में एमबीबीएस के द्वितीय वर्ष की पठन सामग्री लगभग तैयार है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मो. सुलेमान, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री गोपाल चन्द्र डाड, सचिव चिकित्सा शिक्षा श्रीमती सुरभि गुप्ता, अपर सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ पंकज जैन सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे