रीवा में खाद की कालाबाजारी पर शिकंजा: ग्राहकों को रसीद भी नहीं दे रहें थे दुकानदार, दो दुकानें और गोदाम सील
रीवा में खाद की किल्लत और कालाबाजारी पर प्रशासन ने सख्ती दिखाई। ऊंचे दामों पर खाद बेचने और रसीद न देने की शिकायत पर दो दुकानों और गोदामों को सील किया गया।
मध्य प्रदेश के रीवा में किसानों को खाद की उपलब्धता में हो रही कठिनाइयों और कालाबाजारी के मामलों ने प्रशासन को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। मंगलवार को प्रशासनिक टीम ने दो दुकानों और उनके गोदामों को सील कर दिया।
खाद की कालाबाजारी का खुलासा
शिकायतें मिली थीं कि कुछ दुकानदार खाद ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं और रसीद तक नहीं दे रहे। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें यह अनियमितता स्पष्ट रूप से देखी गई। इसके बाद प्रशासनिक अमले ने जांच करते हुए कार्रवाई की।
कौन-कौन सी दुकानें सील हुईं?
यह कार्रवाई रीवा कलेक्ट्रेट के पास स्थित शिव खाद बीज भंडार और सीताराम खाद बीज भंडार पर की गई। एसडीएम वैशाली जैन के नेतृत्व में तहसीलदार शिवशंकर शुक्ला और सीएसपी रितु उपाध्याय की टीम ने इन दोनों दुकानों और उनके गोदामों को सील कर दिया।
किसानों की समस्या और शिकायतें
रीवा जिले में खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें घंटों लाइन में लगने के बावजूद खाद नहीं मिल पाती। कई केंद्रों पर स्थिति इतनी खराब है कि लोग आधी रात से ही लाइन में लगना शुरू कर देते हैं।
खाद की कालाबाजारी का आरोप
किसानों का आरोप है कि कालाबाजारी के चलते उन्हें खाद समय पर नहीं मिल रही। ऊंचे दामों पर बिक्री और ब्लैक मार्केटिंग की वजह से खाद वितरण प्रक्रिया में गड़बड़ी हो रही है।
प्रशासन ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। एसडीएम वैशाली जैन ने कहा कि खाद वितरण प्रक्रिया पर नजर रखी जा रही है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।