चरित्रहीन महिलाओं के ये है लक्षण, पढ़ लीजिए नहीं इनके जाल में आप भी फंस सकते हैं
चरित्रहीन कहने से पहले हमें यह जानना आवश्यक है कि चरित्र किसे कहते हैं। क्योकि चरित्र को जाने बिना यह निश्चित नहीं किया जा सकता कि हम जिस पर;
चरित्रहीन महिलाओं के ये है लक्षण, पढ़ लीजिए नहीं इनके जाल में आप भी फंस सकते हैं
चरित्रहीन कहने से पहले हमें यह जानना आवश्यक है कि चरित्र किसे कहते हैं। क्योकि चरित्र को जाने बिना यह निश्चित नहीं किया जा सकता कि हम जिस पर संदेह कर रहे हैं वह चरित्रहीन है। आमतौर चरित्रहीन वही कहा जाता है चाहे वह महिला हो यह पुरूष जो समाज के बनाए नियमों को नही मानता या उसके हिसाब से आचरण नही करता है।
ऐसी दसा मे हम उसे चरित्रहीन करर देकर उसे समाज से अलग करने का प्रयास किया जाता है। हलांकि इस तरह की बातों का हमारे कानून मे ंकोई खास जगह नही हैं। वही इन परंपराओं को कानून ने पूरी तरह नकारा भी नही है। इन्ही को आधार मानते हुए हिन्दू कानून में बहुत सी बातों को शामिल किया गया है। वहीे समाम में व्याप्त कुरीतियो को समाप्त करने में कानून ने का अहम योगदान है और इसी से समाज को व्यवस्थित तरीके से चलाया जाता है।
हमारे देश भारत में चरित्रवान स्त्री के गुण
हमारे समाज में व्याप्त कुछ मान्यताओ के आधार पर ही निश्चित किया जाता है कि कौन महिला चरित्रवान है और कौन चरित्रहीन है। इस पर खरा उतरने के लिए महिला हो या पुरूष सभी अच्छे आचरण का परिचय देना होता है। अगर बात महिलाओं की है तो समाज मे उसी को चरित्रवान माना जाता है जो स्त्री अपने से बडो का आदर सम्मान करते हुए अपने पति व परिवार को सुखी रखे।
साथ ही कहा गया है कि वह परिवार के बनाए नियमों का पालन करे और अपने बच्चो को भी ऐसे ही संस्कार दे। अपने इष्टदेव की प्रतिदिन पूजा अर्चना करे। पुराने भले ही हो लेकिन अपने पूर्वजों के बनाये रीति-रिवाजों और प्रथाओं का पालन करते हुए संस्कार पूर्ण करें। महिलाओ को कपडे ऐसे पहनने चाहिए कि अंग प्रदर्शन न हो। अगर हम चरित्रवान स्त्री के गुणांे को समझ चुके हैं तो इसके विपरीत आचरण करने वाले को समाज स्वीकार न करते हुए उसे हेय दृष्टि से देखा जाता है।