समाजवादी पार्टी इससे पहले भी छत्तीसगढ़ में प्रत्याशी खड़ा करती रही है लेकिन कभी किसी भी सीट पर कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाई। इस बार पार्टी अपना खाता खोलने की उम्मीद लगा रही है। अखिलेश यादव छत्तीसगढ़ के नेताओं से कई दौर की चर्चा कर चुके हैं।
पिछले महीने ही उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष तनवीर अहमद को लखनऊ बुलाया था और छत्तीसगढ़ में चुनावी संभावनाओं पर बात की थी। राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस और बसपा से गठबंधन होने की स्थिति में पार्टी छत्तीसगढ़ में भी सीटों की हिस्सेदारी की मांग कर सकती है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे के तुरंत बाद अखिलेश ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्षों को चर्चा के लिए बुलाया। इस बार सपा कुछ सीटों पर पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है।