Agra Flood: आगरा में Taj Mahal की दीवार तक पहुंचा यमुना का पानी, प्रशासन अलर्ट, निचले इलाके जलमग्न

Taj Mahal Yamuna River Water Level Agra Flood News: आगरा में यमुना नदी का जलस्तर खतरे को निशान को पार गया है। जिसकी वजह से 45 वर्ष बाद एक बार फिर नदी का पानी ताजमहल तक जा पहुंचा। यमुना का पानी ताजमहल के मुगल गार्डन में भर गया है।

Update: 2023-07-18 09:53 GMT

Yamuna River Level Taj Mahal, Taj Mahal Flood News:  आगरा में यमुना नदी का जलस्तर खतरे को निशान को पार गया है। जिसकी वजह से 45 वर्ष बाद एक बार फिर नदी का पानी ताजमहल तक जा पहुंचा। यमुना का पानी ताजमहल के मुगल गार्डन में भर गया है। यमुना के बढे़ जलस्तर को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जलभराव अधिक होने के कारण यह नदी एत्मादौला स्मारक के समीप से होकर गुजर रही है।

Yamuna River Water Level: इन इलाकों में बाढ़ का खतरा

यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में इन दिनों नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। पहाड़ी इलाकों में हुई बारिश के कारण नदियां उफान मार रही हैं। दिल्ली में तबाही मचाने के बाद अब आगरा मथुरा में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। स्थिति यह है कि ताजमहल के आसपास बने निचले इलाकों में भी पानी भर गया है। जिससे यहां के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। ताजगंज श्मशान और पोइयाघाट दोनों पूरी तरह से जलमग्न दिखाई दे रहे हैं। वहीं प्राचीन दशहरा घाट, एत्मादौला का मकबरा, राम बाग, मेहताब बाग, जोहरा बाग, काला गुंबद जैसे इलाकों के लोग बाढ़ को लेकर सहमे हुए हैं।

Taj Mahal Flood: 45 साल बाद ताजमहल की दीवार तक पहुंचा पानी

आगरा में यमुना नदी का पानी खतरे के निशान से ढाई फीट ऊपर तक बह रहा है। 45 साल बाद यमुना के पानी ने ताजमहल की दीवार तक को छू लिया है। वहीं ताजमहल के आसपास बने निचले इलाकों में पानी भर गया है। आगरा में ताजमहल के पास एएसआई ने प्लिंथ प्रोटेक्शन का काम किया है। इस बार यमुना का पानी वहां तक पहुंच गया है। यमुना किनारे बनी कोठरियों में एक से डेढ़ फुट तक पानी भर गया है।

प्रशासन ने किया लोगों को अलर्ट

आगरा में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। प्रशासन द्वारा बाढ़ की चौकियां बनाई गई हैं। इसके साथ ही लोगों को अलर्ट भी किया जा रहा है। किसी भी आपदा से पूरी तरह से निपटने के लिए प्रशासन कमर कसे हुए है। एएसआई अधिकारी प्रिंस वाजपेयी के मुताबिक ताजमहल की पिछली दीवार को आखिरी बार वर्ष 1978 में भारी बाढ़ के दौरान यमुना के जल ने छुआ था। उनका कहना है कि ताजमहल को इस तरह से बनाया गया है कि भारी बाढ़ आने पर भी ताज में बने मुख्य मकबरे तक पानी प्रवेश नहीं कर सकता है।

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