Ukraine Russia War: यूक्रेन से हटाई जाएगी इंडियन एम्बेसी, पोलैंड से काम होगा, ऐसा क्यों हुआ
Indian Embassy will be removed from Ukraine: अब सभी ऑपरेशन अस्थाई तौर पर पोलैंड से संचालित होंगे
Indian Embassy will be removed from Ukraine: यूक्रेन रूस के बीच बीते 18 दिन से जंग जारी है, इस बीच भारतीय छात्रों की वापसी के लिए केंद्र सरकार लगातार हाई-लेवल मीटिंग कर रही है. पीएम मोदी ने रविवार को इस मीटिंग में यूक्रेन से अस्थाई तौर पर यूक्रेन से भारतीय दूतावास को हटाने और आगे के ऑपरेशन को पोलैंड से संचालित करने का निर्णय लिया है।
ऐसा क्यों किया
विदेश मंत्रालय का कहना है कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग से पश्चिमी हिस्से में हालात बेकाबू हो रहे हैं. ऐसे में यूक्रेन में एम्बेसी का संचालन यहां काम करने वाले लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है। ऐसे में यूक्रेन से इंडियन एम्बेसी को अस्थाई तौर पर पोलैंड शिफ्ट करना सही रहेगा। अब आगे से भारतीय छात्रों को रेस्क्यू करने के लिए जो भी काम होगा वो पोलैंड से होगा।
अबतक कितने भारतीय छात्रों को वापस देश लाया गया
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने ऑपरेशन गंगा की समीक्षा कि, बताया गया कि यूक्रेन से अबतक 17 हज़ार से ज़्यादा भारतीयों को रेस्क्यू कर लिया गया है। पीएम के साथ इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, NSA अजीत डोभाल और कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे. साथ इस मीटिंग में तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे.
यूक्रेन में मारे गए नवीन की बॉडी का क्या हुआ
प्रधानमंत्री ने निर्देशित किया कि यूक्रेन के खार्कीव में एक हफ्ते पहले हमले में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा के शव को वापस इंडिया लाने के लिए सभी कोशिशे की जाएं, बता दें कि एक हफ्ते से भी ज़्यादा वक़्त गुजर गया है, खार्कीव में कर्नाटक के नवीन की रूसी गोलाबारी में मौत हो गई थी. उसका शव कहां है, किन हालातों में है कुछ पता नहीं है। नवीन के पिता सरकार से उनके बेटे का शव भारत लाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन युद्ध के हालातों के बीच सरकार के लिए ऐसा करना बहुत कठिन टास्क बन गया है।