फिर शुरू हुई मोदी सरकार की ये पेंशन योजना, जानें-कैसे मिलता है फायदा
फिर शुरू हुई मोदी सरकार की ये पेंशन योजना, जानें-कैसे मिलता है फायदा केंद्र सरकार ने एक खास पेंशन स्कीम ''प्रधानमंत्री वय वंदना '' (PMVVY)
फिर शुरू हुई मोदी सरकार की ये पेंशन योजना, जानें-कैसे मिलता है फायदा
केंद्र सरकार ने एक खास पेंशन स्कीम ''प्रधानमंत्री वय वंदना '' (PMVVY) पेंशन योजना को एक बार फिर शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में ये फैसला लिया गया.
दरअसल, PMVVY स्कीम 31 मार्च 2020 को खत्म हो गई थी. लेकिन सरकार ने अब इसे एक बार फिर शुरू करते हुए तीन साल के लिए बढ़ा दिया है. अब इस स्कीम से जुड़ने की डेडलाइन मार्च 2023 तक की है. आइए जानते हैं कि आखिर क्या है प्रधानमंत्री वय वंदना योजना और इसका लाभ कैसे मिलता है...
किसके लिए है योजना?
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के तहत बुजुर्गों के लिए पेंशन की व्यवस्था की जाती है. इस स्कीम को एलआईसी के अधीन रखा गया है. पेंशन स्कीम होने की वजह से 60 साल की उम्र के बाद ही इसका लाभ मिल सकता है.
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1.50 लाख रुपये का निवेश
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना का हिस्सा बनने के लिए कम से कम 1.50 लाख रुपये का निवेश करना होगा. इसके बाद पेंशन के लिए निवेशक को एक निश्चित तारीख, बैंक अकाउंट और अवधि का चयन करना होता है. उदाहरण के लिए अगर आपको हर महीने की 15 तारीख को पेंशन चाहिए तो इस तिथि का चयन करना होगा. इसी तरह निवेशक अगर चाहे तो पेंशन के विकल्प का भी चयन कर सकता है. मतलब कि आपको मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना पेंशन चाहिए तो ये विकल्प चुन सकते हैं.
अगर आपने मासिक विकल्प का चयन किया तो हर महीने पेंशन बैंक अकाउंट में आएगा. जबकि तिमाही चयन पर हर तीन महीने बाद एकमुश्त पेंशन मिलता है. इसी तरह छमाही या सालाना विकल्प चयन पर क्रमश : 6 या 12 महीने बाद एकमुश्त पेंशन मिलेगा. यहां बता दें कि स्कीम में निवेश के 1 साल बाद पेंशन की पहली किश्त मिलती है. वहीं मासिक आधार पर पेंशन की न्यूनतम रकम 1 हजार रुपये जबकि अधिकतम 10 हजार रुपये है.
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स्कीम में कई तरह के फायदे
इस पेंशन स्कीम में कई तरह के फायदे हैं. उदाहरण के लिए अगर बीच में निवेशक की मृत्यु हो जाती है तो नॉमिनी को खरीद मूल्य वापस किया जाता है. इस स्कीम में एक व्यक्ति कम से कम 1.50 लाख और अधिकतम 15 लाख रुपये निवेश कर सकता है. वहीं पॉलिसी खरीदते समय निवेशक द्वारा जमा की गई रकम 10 साल की अवधि पूरा होने के बाद वापस हो जाती है.
निवेशकों को पॉलिसी की खरीद को सरकार की ओर से सर्विस टैक्स या जीएसटी से छूट प्राप्त है. निवेश के 3 साल बाद लोन सुविधा भी उपलब्ध है. इसके साथ ही कुछ खास परिस्थितियों में प्री-मैच्योर विद्ड्रॉल की इजाजत मिलती है. अहम बात ये है कि इस पेंशन स्कीम में मेडिकल एग्जामिनेशन की भी जरूरत नहीं है. फिलहाल सरकार इस योजना के तहत जमा की गई रकम पर 8 से 8.30 फीसदी तक ब्याज देती है.
उदहारण से समझिए....
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मान लीजिए कि आकाश ने अपने पिता के लिए हर महीने निश्चित पेंशन को प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में 1.50 लाख रुपये का निवेश किया है.
पिता की उम्र : 60 साल
पॉलिसी की खरीद मूल्य: 1.50 लाख रुपये
पॉलिसी अवधि: 10 साल
खरीद साल : मार्च 2020
पेंशन मोड: मासिक
- इसके बाद आकाश के पिता को पेंशन की पहली किस्त मार्च 2021 में मिलेगी.
- यह किस्त अगले 10 साल तक 1 हजार रुपये प्रति माह की होगी.
- इस रकम पर 8 फीसदी की सालाना ब्याज दर भी मिलेगी.
- अगर 65 साल की उम्र में आकाश के पिता का निधन हो जाता है तो नॉमिनी को खरीद रकम 1.50 लाख रुपये मिल जाएंगे.
क्या है हेल्पलाइन नंबर
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप 022-67819281 या 022-67819290 नंबर पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा टोल फ्री नंबर- 1800-227-717 और ईमेल आईडी- [email protected] के जरिए भी स्कीम के फायदे को समझा जा सकता है. इसके अलावा https://eterm.licindia.in/onlinePlansIndex/pmvvymain.do लिंक पर विजिट कर विस्तार से स्कीम के बारे में समझ सकते हैं.
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