PFI Ban: पीएफआई समेत 8 इस्लामिक संगठनों पर 5 साल के लिए प्रतिबंध, आतंकी लिंक मिला, सरकार ने देश के लिए खतरा बताया

PFI Ban: NIA और ATS ने मिलकर अबतक 278 PFI कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया है, यह गिरफ्तारियां जारी रहेंगी

Update: 2022-09-28 06:29 GMT

पीएफआई पर बैन: केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) और इसके सहयोगी 8 इस्लामिक संगठनों पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. इन सभी इस्लामिक संगठनों का टेरर लिंक मिला है. सरकार ने इन सभी जिहाद की ट्रेनिंग देने वाले और मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवाश करने वाले संगठनों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. 


NIA और ATS ने मिलकर अबतक दो बार PFI के सैकड़ों ठिकानों में छापेमारी की है और अबतक 278 लोगों को हिरासत में लिया है. 22 सितम्बर के दिन NIA ने जब पहली बार रेड मारी तो 106 लोगों को अरेस्ट किया इसके बाद 27 सितम्बर को 172 PFI कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया. जिनसे आतंकी मॉड्यूल, मिशन इंडिया 2047 (Mission Islam India 2047) और टेरर फंडिंग से जुडी जानकारी जुटाई जा रही है। 

PFI पर 5 साल का बैन 

PFI Banned For 5 Years: केंद्र सरकार ने बुधवार सुबह पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया को 5 साल के लिए बैन कर दिया है. इसी के साथ PFI से जुड़े 8 अन्य इस्लामिक संगठनों पर भी प्रतिबन्ध लगाया गया है. गृह मंत्रालय द्वारा जारी भारत के राजपत्र में कहा गया है कि इन सभी संगठनों के खिलाफ आतंकी कनेक्शन होने के सबूत मिले हैं. केंद्र सरकार द्वारा UAPA के तहत एक्शन लिया गया है. सरकार ने कहा है कि PFI और इससे जुड़े संगठनों की गइतिविधिया देश के लिए बड़ा खतरा है. 

PFI के साथ किन संगठनों को बैन किया 

केंद्र सरकार ने PFI सहित टोटल 9 इस्लामिक संगठनों पर अगले 5 साल के लिए प्रतिबन्ध लगाया है. जिनमे ये शामिल है 

  • पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया 
  • रिहैब इंडिया फाउंडेशन 
  • ऑल इंडिया इमाम काउंसिल 
  • शनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन
  •  नेशनल विमेन्स फ्रंट
  • जूनियर फ्रंट
  •  एम्पावर इंडिया फाउंडेशन
  • रिहैब फाउंडेशन 

सरकार ने PFI को बैन क्यों किया 

Why Government Banned PFI: सरकार ने PFI को बैन करने के 8 कारण बताए हैं 

  1. PFI और इससे जुड़े संगठन गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे, जो भारत की सुरक्षा और अखंडता के लिए बड़ा खतरा है 
  2. इन इस्लामिक संगठनों की गतिविधियां देश की शांति और धार्मिक सद्भाव के लिए खतरा हैं 
  3. PFI और इससे जुड़े संगठन भारत में आतंकवाद का समर्थन करते हैं 
  4. केंद्र सरकार UAPA के तहत इन सभी इस्लामिक संगठनों पर 5 साल का प्रतिबन्ध लगा रही है, ये एक्शन जांच एजेंसियों द्वारा मिले सबूते के आधार पर किया गया है 
  5. NIA का दावा है कि PFI के कुछ संस्थापक सदस्य SIMI आतंकी संगठन के सस्दय हैं, जिनमे जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश के भी कुछ लोग शामिल थे 
  6. PFI का सम्बन्ध ISIS से है. PFI के कुछ लोगों ने ISIS जैसे आतंकी संगठनों के मेंबर हैं. जो चुपके-चुपके देश में मुसलमानों को भारत के खिलाफ भड़काने का काम कर रहे थे. कट्टरपंथ को बढ़ावा दे रहे थे 
  7. आतंकी कनेक्शन मिलने के बाद PFI के बारे में मालूम हुआ कि यह देश के संविधान के प्रति असम्मान दिखाता था, विदेशी फंडिंग और इस्लामिक कट्टरपंथी ऑर्गनाइजेशन्स के एजेंडे से प्रभावित है जो देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए खतरा है 
  8. PFI ने अपने सहयोगी फ्रंट बना थे, जो मुस्लिम युवाओं, छात्रों, महिलाओं, इमामों, वकीलों और कमजोर वर्ग के बीच पैठ बढ़ने का काम कर रहे थे. PFI का लक्ष्य अपनी मेम्बरशिप को बढ़ना और फंड जुटाने की क्षमता को बढाकर आतंकवाद की घटनाओं में इजाफा करना है 



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