KISAN RALLY VIOLENCE : दिग्विजय सिंह ने कहा, पुलिस ने किसानों को उकसाया, इसलिए हुई हिंसा
गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी दिल्ली में हुए किसान रैली हिंसा (KISAN RALLY VIOLENCE) पर देश भर से नेताओं के अलग अलग बयान आ रहें हैं. इस पर अब
गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी दिल्ली में हुए किसान रैली हिंसा (KISAN RALLY VIOLENCE) पर देश भर से नेताओं के अलग अलग बयान आ रहें हैं. इस पर अब मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (DIGVIJAY SINGH) ने भी बयान दिया है.
पुलिस ने रुट बदला, बैरियर लगाए और लाठीचार्ज किया तब भड़के किसान
दिग्विजय ने हिंसा के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है. दिग्विजय ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने रूट को बदल दिया था. तीन स्थानों से ट्रेक्टर रैली निकालनी थी, जिसमें सिंधु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाज़ीपुर बॉर्डर. गाजीपुर बॉर्डर का रूट पुलिस ने बदल दिया. जिस रूट से ट्रेक्टर रैली निकालनी थी उसे पर बैरियर लगा दिए थें. किसानों ने पुलिस को बैरियर खोलकर रैली निकलने के लिए कहा, इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर आंसूगैस छोड़ दिए. जिससे किसान आक्रोशित हो उठें.
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#WATCH | ...At the Ghazipur border, the police barricaded the route which was the planned route for the tractor rally. Then police used tear gas which precipitated the violence that ensued." Congress leader Digvijaya Singh pic.twitter.com/j6e5ZtsRgZ
— ANI (@ANI) January 27, 2021
आंदोलन को हिंसा का रूप देना सुनियोजित, प्रायोजित षड्यंत्र था
DIGVIJAY ने आगे कहा कि जो लोग दो माह से आंदोलनरत हैं वे ऐसा काम नहीं कर सकते. जिन्होंने ये सब किया है उनमें से जिन 15 लोगों के नाम किसानों ने पुलिस को दिए हैं. उन्हें सरकारी मुलाजिमात होने का अधिकार मिला हुआ है. अब आप समझ लीजिए सरकार किसकी है? ये सुनियोजित, प्रायोजित षड्यंत्र था एक शांतिपूर्ण रैली को हिंसा में बदलने का.