Indian Railways: सीनियर सिटीजन को ट्रेन टिकट में अब छूट नहीं देगी रेलवे, रेल मंत्री ने कहा- नुकसान हो रहा
Indian Railways: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ़ कर दिया है कि अब भारतीय रेलवे में सीनियर सिटीजन को ट्रेन टिकट में किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी.
Indian Railways, IRCTC: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ़ कर दिया है कि अब भारतीय रेलवे में सीनियर सिटीजन को ट्रेन टिकट में किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी. हालांकि, दिव्यांगजनों की चार श्रेणियों, रोगियों और छात्रों की 11 श्रेणियों के किराये में छूट देना का प्रावधान रेलवे ने जारी रखा है. वैष्णव ने कहा है कि सीनियर सिटीजन को टिकट में छूट देकर रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा था.
सीनियर सिटीजन को रेल टिकट में छूट नहीं
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने संसद में एम आरिफ के एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा, 'भारतीय रेल पहले से ही वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) समेत यात्रियों के लिए यात्रा लागत पर 50 फीसदी से अधिक का खर्च पहले से वहन कर रही है. इसके अलावा, COVID-19 के कारण पिछले दो वर्षों की भारतीय रेलवे (Indian Railways) की कमाई 2019-20 की तुलना में कम रही. इसका रेलवे की राजस्व पर भी व्यापक प्रभाव पड़ा.'
रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि इसी कारण सीनियर सिटीजन समेत कई श्रेणियों के किराये में छूट का दायरा बढ़ाना रेलवे के हित में बिलकुल भी नहीं है. इसकी वजह से रेलवे को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
कोरोना काल में घट गए रेल यात्री
इंडियन रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक 2019-20 में आरक्षित वर्गों (Indian Railways Reserved Class) में यात्रा करने वाले सीनियर सिटीजन यात्रियों की संख्या 6.18 करोड़, 2020-21 में 1.90 करोड़ और 2021-22 के दौरान 5.55 करोड़ थी. बीते दो साल सीनियर सिटीजन कैटेगरी के यात्रियों की संख्या में गिरावट संभवत: COVID-19 महामारी की वजह से हुई है.
22.6 लाख सीनियर सिटीजन यात्रियों ने रियायत छोड़ी
रेल मंत्री वैष्णव ने सदन में यह भी जानकारी दी है कि 2019-20 के दौरान, लगभग 22.6 लाख सीनियर सिटीजन पैसेंजर ने रेलवे के सतत विकास के लिए यात्री किराए में रियायत योजना को छोड़ने का विकल्प चुना था.