भारत के सबसे बड़े रेल हादसे: बागमती ट्रेन एक्सीडेंट में 750 तो फिरोजाबाद हादसे में 305 लोगों की मौत हुई थी
India's Biggest Train Accidents: मरने वालों की संख्या के आधार पर ओडिशा रेल हादसा (Odisha Train Accident) भारत का तीसरा सबसे बड़ा रेल हादसा है
India's Biggest Train Accident/भारत का सबसे बड़ा रेल हादसा: ओडिशा रेल हादसे (Odisha Train Accident) से पूरा देश दहल गया है. ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार भीषण रेल दुर्घटना घटित हुई जिसमे 288 रेल यात्रियों की मौत हो गई. इस हादसे में 900 से ज्यादा पैसेंजर घायल हो गए और रेलवे में करोड़ों रुपए की क्षति हुई.
बालासोर बाजार स्टेशन के पास शाम 7 बजे के करीब यशवंतपुर-हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस (Yesvantpur-Howrah Duronto Express) और कोलकाता-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस (Kolkata-Chennai Coromandel Express) बहानगा स्टेशन के पास डिरेल हो गई. इसके बाद दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन पास के ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। दोनों ट्रेन की कुछ बोगियां पटरी से उतर गईं। ये बोगियां दूसरे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से भिड़ गईं और कुछ बोगियां मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गईं। हादसा इतना भीषण था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां पूरी तरह पलट गईं। कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां दूसरे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गईं और कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन भी मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया।
बालासोर रेल हादसे (Balasore Train Accident) में 288 लोग मारे गए, कई लोगों के शव टुकड़ों में कट गए, किसी का हाथ कट गया तो किसी का सिर धड़ से अलग हो गया. खून से लथपथ लोग अपने परिजनों के टुकड़ों को खोजते रहे. रेस्क्यू अभियान के दौरान लाशों को बाहर निकाला गया, घायलों को अस्पताल भेजा गया.
ओडिशा रेल हादसे का कारण
दरअसल ट्रेन नंबर 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (Bangalore - Howrah Superfast Express) 1 जून की सुबह 7:30 बजे बेंगलुरु के यशवंतपुर स्टेशन से चली, इस ट्रेन को अगले दिन 2 जून शाम 8 बजे हावड़ा स्टेशन पहुंचना था. लेकिन ट्रेन 3:30 घंटे लेट हो गई और शाम 6:30 बजे भद्रक स्टेशन पहुंची, अगला स्टेशन बालासोर था जहां ट्रेन को 4 घंटे की देरी से शाम 7:52 बजे पहुंचना था.
उधर दूसरी ट्रेन 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस (Shalimar - Chennai Central Coromandel Express) हावड़ा स्टेशन से 2 जून दोपहर 3:20 बजे रवाना हुई जिसे अगले दिन 3 जून को शाम 4:30 बजे चेन्नई सेंट्र्ल पहुंचना था. यह अपने समय से 6:37 बजे बालासोर स्टेशन पहुंच गई जिसे अगले स्टेशन भद्रक शाम 7:40 पहुंचना था. लेकिन शाम 7 बजे दोनों ट्रेन बहनागा बाजार स्टेशन के पास जब आमने-सामने से गुजरी तो आपस में टकरा गईं. दोनों ट्रेन पटरी से उतर गईं और इनकी बोगियां तीसरी ट्रेन (मालगाड़ी) जा टकराई।
ओडिशा रेल हादसा भारत का तीसरा सबसे बड़ा रेल एक्सीडेंट है. जिसमे 288 लोगों की मौत हो गई है. और इस सदी का यह सबसे बड़ा रेल हादसा बन गया है.
भारत के सबसे बड़े रेल हादसे
बागमती रेल हादसा 1981
6 जून 1981 के दिन भारत का सबसे बड़ा रेल हादसा हुआ था. बिहार राज्य में बागमती नदी का पुल पार करते वक़्त पैसेंजर ट्रेन नदी में गिर गई थी. जिसमे 750 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. लोग ट्रेन में फंसे रहे और ट्रेन नदी में समा गई.
फिरोजाबाद ट्रेन हादसा 1995
फिरोजाबाद में 20 अगस्त 1995 को भीषण रेल हादसा घटित हुआ था. पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेन ट्रैक पर खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गई थी. इस हादसे में 305 लोगों की मौत हो गई थी
गैसल ट्रेन हादसा 1999
उत्तर रेलवे के कटिहार डिवीजन में आने वाले गैसल रेलवे स्टेशन में 2 अगस्त 1999 को ब्रह्मपुत्र मेल और अवध असम एक्सप्रेस की टक्कर हो गई थी. जिस हादसे में 285 लोगों की जान चली गई थी
जम्मू तवी सियालदह एक्सप्रेस हादसा 1998
26 नवंबर 1998 को जम्मू तवी सियालदह एक्सप्रेस पंजाब में गोल्डन टेम्पल मेल से टकरा गई थी. जिसमे 212 लोगों की मौत हो गई थी.
ओडिशा रेल हादसा
ओडिशा रेल हादसे पर पीएम मोदी ने दुःख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा- "दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है. उम्मीद है कि घायल लोग जल्द ठीक होंगे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात करके स्थिति की जानकारी ली. घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद की जाएगी." पीएम मोदी इस रेल हादसे पर एमरजेंसी मीटिंग बुला रहे हैं जिसमे रेल अधिकारी और रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव मौजूद रहेंगे। अश्विनी वैष्णव ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. ओडिशा के सीएम नविन पटनायक ने इस हादसे को लेकर तीन जून के दिन एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.