शंकराचार्य कैसे बनते हैं? शंकराचार्य की नियुक्ति कैसे होती है? स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन के बाद अगले शंकराचार्य कौन होंगे
Shankaracharya Kaise Bante Hain: मठों की स्थापना के बाद तब से लेकर आज तक ये मठ सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहें हैं।
Shankaracharya kaise Bante Hain: दुनिया के सबसे प्राचीन धर्म सनातन धर्म को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने के लिए आदि गुरु शंकराचार्य ने देश के अलग-अलग हिस्सों में चार मठों की स्थापना की थी। ये मठ प्रमुख हैं- पूर्व में गोवर्धन, जगन्नाथपुरी, पश्चिम में शारदामठ जिसे द्वारिकामठ या कालिका मठ भी कहते हैं, गुजरात, उत्तर में ज्योतिर्मठ, बद्रीधाम और दक्षिण में शृंगेरी मठ जो कि रामेश्वर में स्थित हैं।
शंकराचार्य क्या होते हैं?
Shankracharya Kya hote hain: इन मठों की स्थापना ईसा से आठ शताब्दी पूर्व की गई थी और तब से लेकर आज तक ये मठ सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहें हैं। और यहां के शंकराचार्यों के नेतृत्व में देशभर की सनातन सभ्यता का दीपक जल रहा है। शंकराचार्य बनना और यह पद प्राप्त करना काफी ज्यादा गौरवमयी होता है।
शंकराचार्य कैसे बनते हैं?
How Shankaracharya Is Appointed :आदिगुरु शंकराचार्य के द्वारा स्थापित किये गए ये चारों मठ गुरु शिष्य की परंपरा के निर्वहन का प्रमुख केंद्र हैं। इन मठों में सन्यास की शिक्षा दी जाती है। सन्यास की शिक्षा लेने के बाद शिक्षार्थी के नाम के आगे एक विशेषण लगा दिया जाता है। जिसके द्वारा पता चलता है की वह किस मठ से सम्बंधित है और किस वेद का प्रचारक है।
शंकराचार्य की नियुक्ति कैसे होती है?
Shankaracharya Ki Niyukti Kaise Hoti Hai: चारों ही मठों में अलग-अलग वेदों की शिक्षा दी जाती है व प्रत्येक सन्यास ग्रहण करने वालों का एक विशेष महावाक्य होता है। जगतगुरु शंकराचार्य के द्वारा स्थापित मठों को पीठ भी कहा जाता है इन पीठों में आदि शंकराचार्य ने अपने सबसे योग्य शिष्यों को मठाधीश बनाया था यह परंपरा सदियों बाद भी उसी अनुशासित तरीके से चली आ रही है और हर मठ में शंकराचार्य की नियुक्ति के लिए आज भी प्रचलित भी है।
प्रत्येक मठ के मठाधीश शंकराचार्य कहलाते हैं, जो कि चार की संख्या में हैं। और ये शंकराचार्य अपने जीवनकाल के दौरान अपने सबसे योग्य शिष्य को अपना उत्तराधिकारी चुन लेते हैं, और उनके बाद उनके यही उत्तराधिकारी उस मठ के शंकराचार्य बनते हैं।
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन के बाद अगला शंकराचार्य कौन होंगे
Who Will Be Next Shankaracharya: शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के उत्तराधिकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद हैं मगर स्वामी स्वरूपनन्द सरस्वती के निधन के बाद द्वारिकापीठ का अगला शंकराचार्य किन्हे नियुक्त किया जायेगा इसकी जानकारी अभी नहीं है।
अगला शंकराचार्य कौन होगा?/ अगला शंकराचार्य कौन बनेगा?
Agle Shankaracharya Koun Honge? वैसे तो जब किसी मठाधीश यानी शंकराचार्य का निधन होता है तो उनके उत्तराधिकारी को अगले शंकराचार्य के रूप में नियुक्त किया जाता है शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के उत्तराधिकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद हैं संभवतः स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ही शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का स्थान प्राप्त होगा।