सड़क हादसे के बाद अब कैसी है ऋषभ पंत की हालत?

How is Rishabh Pant's condition: ऋषभ पंत की सेहत अब सुधर रही है, वह कमजोर हैं लेकिन ICU के बाहर आ गए हैं

Update: 2023-01-02 14:03 GMT

Rishabh Pant Health Update: इंडियन क्रिकेटर ऋषभ पंत को लेकर न सिर्फ टीम इंडिया बल्कि पूरा देश चिंतित है. 25 साल के क्रिकेटर को फील्ड में होना चाहिए मगर बदकिस्मती से पंत हॉस्पिटल में भर्ती हैं. अच्छी खबर ये है कि ऋषभ पंत अब खतरे से बाहर हैं, उन्हें ICU से बाहर कर नार्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन उनका इलाज सही तरीके से नहीं हो पा रहा है. क्योंकी उन्हें कहां-कहां चोट आई है यह जांचने के लिए की गई MRI Scan अबतक ठीक से नहीं हो पाया है. 

अब कैसी है ऋषभ पंत की हालत 

रुआती रिपोर्ट्स में उनके 3 लिगामेंट में इंजरी की बातें सामने आ रही हैं, पंत ज़्यादा बात नहीं कर रहे हैं, वह थोड़े कमजोर हो गए हैं. क्लीनिकल मेडिकल एग्जामनेशन के बाद ऋषभ के घुटने के 4 में से 3 लिगामेंट टूटे हुए लग रहे हैं। MRI Scan रिपोर्ट में देरी हो रही है और इस रिपोर्ट के आने के बाद ही उनकी चोटों के बारे में सही जानकारी मिल सकती है. 

पंत की सेहत में सुधार तो हो रहा है लेकिन उन्हें पूरी तरह से फिट होने में कई महीने लग सकते हैं. अभी तो उनके हाथ, सीने, पैर में प्लास्टर बंधा हुआ है. देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती पंत के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पंत के ट्रीटमेंट के लिए अपने डॉक्टर्स का पैनल बनाया है। जो मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टर्स से लगातार पंत की रिपोर्ट्स ले रहे हैं। दोनों ही पैनल साथ मिलकर इस वक्त पंत का ट्रीटमेंट कर रहे हैं। 

बता दें कि 30 दिसंबर की सुबह दिल्ली से उत्तराखंड के रुड़की की तरफ अपनी मर्सडीज कार से घर जा रहे ऋषभ पंत सड़क हादसे का शिकार हुए थे. पहले कहा जा रहा था कि गाड़ी चलाते हुए उन्हें झपकी आ गई थी. इसी लिए कार डिवाइडर से टकरा कर पलट गई और उसमे आग लग गई. लेकिन अब नया दावा यह किया जा रहा है कि सड़क में गड्ढे होने के चलते ऋषभ की गाड़ी अनकंट्रोल हो गई थी. 

ऋषभ की कार पलट गई थी, उसमे आग लग गई थी. गनीमत रही कि क्रिकेटर बेहोश नहीं हुए और गाड़ी की विंडशील्ड तोड़कर किसी तरह बाहर आ गए. वरना पंत को अपनी जान गंवानी पड़ सकती थी. 

ऋषभ पंत हॉस्पिटल से कबतक डिस्चार्ज होंगे? 

यह बता पाना अभी मुश्किल है कि पंत को अस्पताल से छुट्टी कब मिलेगी। लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली शिफ्ट किया जा सकता है. हालांकि ऐसा भी कहा जा रहा है कि जनवरी के पूरे महीने पंत को इसी हॉस्पिटल में एडमिट रहना पड़ेगा। 

पंत के साथ हुई घटना को लेकर जब सड़क के गड्ढों को जिम्मेदार बताया गया तो उत्तराखंड सरकार ने सड़क की मरम्मत का काम शुरू कर दिया, सभी गड्ढों को भर दिया गया. अगर सरकार ये काम पहले ही कर देती तो पंत की ये हालत ना होती। लेकिन सरकार और प्रशसन की यह पुरानी आदत है जबतक कोई हादसा नहीं होता है तबतक इनकी नींद नहीं खुलती है 

जिसने पैसे चुराए उसने वापस कर दिए 

पंत जब घायल होकर सड़क किनारे पड़े हुए थे, तब दो युवकों ने उनकी मदद करने की जगह पंत का बैग चुराकर वहां से भाग गए थे और एम्बुलेंस को कॉल किया था. लेकिन एक जनवरी के दिन पंत के पैसे चुराने वालों ने उनका बैग लौटा दिया जिसमे 4 हज़ार रुपए कैश था. 

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