AIIMS Delhi से 4 करोड़ मरीजों का डेटा चोरी, जांच में जुटी CBI और IB

AIIMS Delhi Data Leak News: अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान नई दिल्ली के सिस्टम में सेंध लगा कर लगभग 4 करोड़ डेटा चोरी किए जाने का मामला सामने आया है।

Update: 2022-11-25 02:37 GMT

AIIMS Delhi Data Leak News: अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान नई दिल्ली के सिस्टम में सेंध लगा कर लगभग 4 करोड़ डेटा चोरी किए जाने का मामला सामने आया है। यह देश के मेडिकल सेक्टर में अब कि सबसे बड़ी चोरी है। पिछले दो दिन से एनआईसी सहित सीबीआई, आईबी, डीआरडीओ और दिल्ली पुलिस जांच में जुटी हुई है। एम्स के दो सिस्टम एनालिस्ट को निलंबित कर दिया गया है। इस हैकिंग में इंटरनेशनल साइबर क्राइम होने की आशंका है। दिल्ली पुलिस ने इसे साइबर टेरर बताया है।

सभी कम्प्यूटर की जांच

जांच एजेंसियां एम्स में ऑनलाइन सेंट्रलाइज्ड सिस्टम से जुडे़ सभी कम्प्यूटर्स को खंगाल रही है। साइबर एक्सपर्ट और साफ्टवेयर इंजीनियर डेटा हैक के सोर्स और रिसीवर की तलाश में जुटे हैं। साइबर अटैक से निपटने के संभावित खतरे से निपटने के उपाय भी किए जा रहे है।

बंद किया इंटरनेट

फिलहाल एम्स में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। ई-हॉस्पिटल डेटाबेस और लैब इनफारर्मेशन सिस्टम के डेटाबेस को एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव में लिया गया है। चार अतिरिक्त सर्वर लगाए गए हैं। ओपीडी और आईपीडी में सभी काम मैन्युअली हो रहे हैं।

वीआईपी मरीजों का स्टोर था डेटा

आठ साल पहले एम्स के डेटा को पूरी तरह से डिजिटल किया गया था। तब से एम्स में कई राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी सहित कई वीआईपी का उपचार हो चुका है। इन सभी का डेटा एम्स के सर्वर से हैक हो चुका है।

रैनमेसेवर अटैक की संभावना

दिल्ली पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में इसे रैनसमवेयर अटैक मान रही है। जबरन वसूली की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। फार्मा कंपनियां, सर्जिकल इंस्टूमेंट कंपनियां और अन्य मेडिकल कंपनियां इस डेटा का फायदा अपने हितांं के लिए कर सकती है।

हर माह 3 लाख साइबर अटैक

इंडससेफ की रिपोर्ट के अनुसार देश में हर माह हेल्थकेयर सेक्टर में तीन लाख साइबर हमले होते हैं। ये दुनियाभर में दूसरे सबसे अधिक साइबर हमले हैं। अमेरिकी हेल्थकेयर सेक्टर पर पांच लाख साइबर हमले की बात रिपोर्ट में कही गई है।

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